पटना: राजधानी पटना, जो अपनी धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है, एक बार फिर रामनवमी के पावन अवसर पर भक्तिमय उल्लास से भर उठा है। इस साल भी लाखों भक्तों ने पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर में पहुंचकर भगवान राम और हनुमान जी के दर्शन किए। जिला प्रशासन और मंदिर समिति ने इस विशाल आयोजन को सुव्यवस्थित तरीके से आयोजित किया, जिससे भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा।
रात 2 बजे से मंदिर में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब:
महावीर मंदिर में रात 2:00 बजे से ही भक्तों के लिए दरवाजे खोल दिए गए थे। हालांकि, 12:00 बजे से ही भक्त मंदिर के बाहर कतार में खड़े हो गए थे। जैसे-जैसे सुबह हुई, मंदिर परिसर में लंबी कतारें लग गईं, जिसमें बच्चे, बूढ़े, युवा और महिलाएं शामिल थे। भक्तगण हनुमान चालीसा और रामायण के पाठ करते हुए अपनी श्रद्धा व्यक्त कर रहे थे।
भक्तों की अटूट आस्था:
पटना का महावीर मंदिर दशकों से भक्तों की आस्था का प्रमुख केंद्र रहा है। रामनवमी के दिन यहां आने वाले भक्तों का विश्वास है कि इस पावन दिन हनुमान जी के दर्शन करने से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। कई भक्तों ने पैदल यात्रा करके मंदिर तक पहुंचकर अपनी श्रद्धा प्रकट की। इस दिन महावीर मंदिर में रामनवमी का पर्व एक अभूतपूर्व भक्ति और उत्साह का संगम बन गया।
प्रशासन और यातायात व्यवस्था:
प्रशासन ने इस विशाल आयोजन के लिए खूब तैयारियां की थीं। मंदिर और आसपास के इलाकों में पुलिस बल की तैनाती की गई थी और CCTV कैमरों के माध्यम से सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी। यातायात व्यवस्था भी विशेष रूप से चाक-चौबंद रखी गई थी। मंदिर के पास वाहनों के प्रवेश को सीमित कर दिया गया था और पार्किंग की उचित व्यवस्था की गई थी, ताकि जाम की समस्या उत्पन्न न हो।
20,000 किलो नैवेद्यम प्रसाद का वितरण:
इस साल रामनवमी के अवसर पर महावीर मंदिर प्रशासन द्वारा 20,000 किलो नैवेद्यम प्रसाद तैयार किया गया। इस प्रसाद को विशेष रूप से गुड़, चना, घी और अन्य पवित्र सामग्री से बनाया गया था। भक्तों ने प्रसाद प्राप्त करने के बाद खुद को धन्य महसूस किया। इसके अलावा, मंदिर परिसर में लंगर की भी व्यवस्था की गई थी, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भोजन किया।
रामनवमी शोभायात्रा की भव्य तैयारी:
इस साल श्री श्री रामनवमी शोभायात्रा के आयोजन में कुल 53 शोभायात्राएं विभिन्न पूजा समितियों द्वारा पटना के विभिन्न स्थानों से निकाली जाएंगी। ये शोभायात्राएं भगवान राम के जीवन से जुड़े प्रमुख प्रसंगों को झांकियों के रूप में प्रदर्शित करेंगी। विशेष आकर्षण के रूप में अयोध्या में निर्मित श्री रामलला मंदिर की प्रतिकृति और श्री रामलला की साढ़े नौ फीट की प्रतिमा, साथ ही हनुमान जी की दस फीट की प्रतिमा भी इन शोभायात्राओं का हिस्सा होंगी।
कला और संस्कृति का संगम:
इस शोभायात्रा में देश भर के कलाकार भी हिस्सा लेंगे। झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। मुख्य मंच पर गंगा आरती, डमरू की ध्वनि और महाराष्ट्र के विशेष बैंड राजधानीवासियों का मन मोह लेंगे।
समारोह में श्रद्धालुओं की भारी भागीदारी:
श्री श्री रामनवमी शोभायात्रा अभिनंदन समिति के संयोजक नितिन नवीन ने राजधानी पटना के सभी धर्मावलंबियों को इस आयोजन में शामिल होने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि हर साल लगभग दो लाख श्रद्धालु श्री राम चौक डाकबंगला पर मनमोहक झांकियों का आनंद लेने आते हैं। भविष्य में इस आयोजन को पटना की सांस्कृतिक पहचान बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। कुल मिलाकर, रामनवमी का यह पावन पर्व पटना के महावीर मंदिर में भक्ति, उत्साह और आस्था का अद्भुत संगम बनकर उभरा है।