गया: महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में मची भगदड़ के बाद बिहार-यूपी सीमा पर स्थित GT रोड पर पिछले 48 घंटों से भी अधिक समय से भीषण जाम की स्थिति बनी हुई है। इस जाम के कारण वाराणसी से लेकर गया तक लगभग 250 किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया है, जिससे लाखों लोग फंसे हुए हैं। ये लोग अपनी यात्रा के लिए सड़क पर अटके हुए हैं और कई को तो रात भी सड़क पर ही बितानी पड़ी है। जाम के कारण खाने-पीने की भी समस्या उत्पन्न हो गई है, जिससे यात्रियों की स्थिति और भी कठिन हो गई है।

250 किलोमीटर लंबा जाम, ट्रैफिक की भारी समस्या
गया जिले के बाराचट्टी थाना से लेकर डोभी, शेरघाटी, आमस और अन्य क्षेत्रों में GT रोड पर जाम की स्थिति गंभीर हो गई है। सड़क के दोनों दिशा में वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं और सबसे ज्यादा जाम गया से प्रयागराज जाने वाली लाइन पर देखने को मिल रहा है। जाम इतना लंबा और जटिल है कि उसे हटाने में एक दिन से भी ज्यादा समय लग सकता है।
यात्रियों को हो रही परेशानियां
महाकुंभ में स्नान के लिए आए श्रद्धालुओं के साथ-साथ निजी और पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यात्रा कर रहे लोग भी जाम में फंसे हुए हैं। जाम के कारण ना केवल आम लोग बल्कि इमरजेंसी सेवाओं से जुड़े वाहन भी फंसे हुए हैं, जिससे घायलों तक समय पर इलाज पहुंचाना भी मुश्किल हो रहा है। वहीं, आसपास की सड़कें भी वैकल्पिक मार्गों के रूप में जाम हो गई हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में ट्रैफिक की स्थिति और भी बिगड़ गई है।
यात्री और ट्रक फंसे, स्थिति की गंभीरता
जाम की स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि न सिर्फ यात्री वाहन बल्कि भारी ट्रक और मालवाहन भी लंबे समय से जाम में फंसे हुए हैं। प्रशासन ने यूपी में बिहार की ओर जाने वाली गाड़ियों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी, जिसके कारण जाम की स्थिति और भी विकट हो गई है। शेरघाटी के एएसपी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि इसके चलते बिहार-झारखंड और अन्य राज्यों से आने वाली गाड़ियों को रोकने की कोशिश की जा रही है, ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।
अधिकारियों द्वारा जाम को सुलझाने के प्रयास
शेरघाटी एएसपी ने कहा कि प्रशासन जाम को खत्म करने के लिए प्रयास कर रहा है और झारखंड से भी गाड़ियों को रोकने की योजना बनाई गई है। उन्होंने बताया कि औरंगाबाद से गया की ओर जाने वाली सड़क पर जाम की स्थिति कम है, जबकि गया से औरंगाबाद की ओर जाने वाली लाइन पूरी तरह से जाम हो चुकी है।
यात्रियों की समस्याएं और प्रशासन से उम्मीद
जाम में फंसे यात्रियों को जहां एक ओर अपनी मंजिल तक पहुंचने की चिंता है, वहीं दूसरी ओर उन्हें खाने-पीने की समस्याएं भी झेलनी पड़ रही हैं। आमस थाना क्षेत्र में फंसे एक यात्री ने बताया कि वह कई घंटे से जाम में फंसा हुआ है और उन्हें अब लगता है कि वह कई दिनों में अपनी मंजिल तक पहुंच पाएंगे। कुछ यात्रियों ने बताया कि स्थानीय दुकानों से खाने-पीने का सामान मिल रहा है, लेकिन दूर-दराज क्षेत्रों में फंसे लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
सड़क पर राहत के लिए प्रशासन से अपील
स्थानीय लोगों का कहना है कि यूपी सरकार को चाहिए कि वह बॉर्डर खोलकर गाड़ियों की एंट्री शुरू करे और ट्रैफिक को डायवर्ट करे, ताकि जाम की समस्या कम हो सके। शेरघाटी के स्थानीय प्रमोद कुमार ने कहा कि जाम में फंसे लोग राहत के लिए आसपास के दुकानों से सामान खरीद रहे हैं, लेकिन जो सुनसान इलाकों में फंसे हैं, उन्हें बहुत परेशानी हो रही है।
इस पूरे मामले में प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों को लेकर यात्रियों और स्थानीय लोगों में गहरी चिंता बनी हुई है। जाम की स्थिति और बढ़ने से पहले यदि त्वरित समाधान नहीं निकाला गया, तो और भी अधिक लोग परेशान हो सकते हैं।