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Delhi Assembly Elections 2025 : वोटर लिस्ट में नाम कटने के विवाद के बीच बढ़े 3 लाख वोटर्स

by Rakesh Pandey
Election Commission
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सेंट्रल डेस्क : दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। फरवरी में होने जा रहे चुनावों से पहले, चुनाव आयोग ने दिल्ली की फाइनल वोटर लिस्ट जारी कर दी है। इस बार दिल्ली में कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 मतदाता होंगे जिनमें पुरुष, महिला और थर्ड जेंडर शामिल हैं। यह आंकड़ा पिछले चुनावों के मुकाबले लगभग 3 लाख अधिक है।

दिल्ली की फाइनल वोटर लिस्ट

चुनाव आयोग के अनुसार, दिल्ली में इस बार पुरुष मतदाताओं की संख्या 83,49,645, महिला मतदाताओं की संख्या 71,73,952 और थर्ड जेंडर के मतदाता 1,261 हैं। दिल्ली में कुल 1.55 करोड़ से अधिक वोटर होने के साथ, आयोग ने इस सूची के जरिए मतदाता पहचान सुनिश्चित की है। हालांकि, इस सूची के जारी होने से पहले ही मतदाता लिस्ट में नाम कटने को लेकर विवाद खड़ा हो गया था।

वोटर लिस्ट में नाम कटने का विवाद

हाल ही में, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया था कि बीजेपी ने जानबूझकर वोटर लिस्ट से कई मतदाताओं के नाम हटा दिए हैं। उनका कहना था कि उनके निर्वाचन क्षेत्र, नई दिल्ली में 5,000 से अधिक नाम हटाए गए और लगभग 7,500 नए नाम जोड़े गए। केजरीवाल का दावा था कि यह परिवर्तन 20 अगस्त से 20 अक्टूबर के बीच हुए थे, और इससे उनकी विधानसभा क्षेत्र में लगभग 12 फीसदी मतदाता बदल सकते हैं।

बीजेपी का जवाब

अरविंद केजरीवाल के आरोपों का जवाब देते हुए बीजेपी ने दावा किया कि यह अर्जियां आम आदमी पार्टी ने ही फाइल की थीं, ताकि बीजेपी पर आरोप लगाया जा सके। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल के दावों को सिरे से नकारते हुए कहा कि वोटर लिस्ट में बदलाव की साजिश खुद आम आदमी पार्टी की है। उनका कहना था कि इस तरह की अर्जियां पार्टी के राजनीतिक उद्देश्य को साधने के लिए की गईं।

चुनाव आयोग की सफाई

चुनाव आयोग ने इस विवाद के बीच एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने अरविंद केजरीवाल के आरोपों पर सफाई दी। आयोग ने कहा कि केजरीवाल के आरोप पुराने ड्राफ्ट पर आधारित हैं और यह पूरी तरह से भ्रमित करने वाले हैं। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि 1 जनवरी तक किसी भी आवेदन को दर्ज किया जा चुका था और सभी संशोधनों को 6 जनवरी तक समाप्त कर दिया गया था। आयोग के अनुसार, लिस्ट में बदलाव सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है और कोई भी मतदाता इससे प्रभावित नहीं होगा।

दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियां

दिल्ली के विधानसभा चुनाव में कुल 70 सीटों पर मतदान होगा, और इस बार आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला देखने को मिलेगा। आम आदमी पार्टी ने पिछले दो विधानसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन करते हुए 2020 में 62 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी को केवल 8 सीटें मिली थीं। इस बार, बीजेपी ने अपनी उम्मीदवारों की सूची भी जारी की है, जिसमें कालकाजी से रमेश बिधूड़ी और नई दिल्ली से प्रवेश वर्मा जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं।

मुख्यमंत्री उम्मीदवारों की टक्कर

दिल्ली की कालकाजी सीट से इस बार बीजेपी ने रमेश बिधूड़ी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि इस सीट से आम आदमी पार्टी की मुख्यमंत्री उम्मीदवार आतिशी मैदान में हैं। आतिशी ने 2020 में इसी सीट से चुनाव जीतने के बाद अपनी राजनीतिक पहचान बनाई थी। वहीं, नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी ने प्रवेश वर्मा को मैदान में उतारा है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव में क्या रहा है हाल का प्रदर्शन?

दिल्ली विधानसभा के पिछले दो चुनावों में आम आदमी पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की थी। 2015 में पार्टी ने 67 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि 2020 में यह आंकड़ा घटकर 62 सीटों पर आ गया। वहीं, बीजेपी को 2020 में केवल 8 सीटें मिली थीं। कांग्रेस ने पिछले दो चुनावों में एक भी सीट नहीं जीती है, जो पार्टी के लिए बड़ा झटका साबित हुआ है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट में नाम कटने के विवाद ने राजनीतिक तापमान को गर्म कर दिया है। हालांकि, चुनाव आयोग ने इस विवाद पर अपनी सफाई पेश की है और फाइनल वोटर लिस्ट जारी कर दी है, जिसमें दिल्ली में कुल 1.55 करोड़ मतदाता होंगे। अब यह देखना होगा कि दिल्ली की सियासत में यह विवाद किस तरह का असर डालता है, और आगामी चुनावों में कौन सी पार्टी जीत हासिल करती है।

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