नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर (WTC) समूह और भूटानी ग्रुप के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में बड़ी कार्रवाई की है। यह कार्रवाई रियल एस्टेट क्षेत्र में वित्तीय अनियमितताओं और धोखाधड़ी के आरोपों के तहत की गई है। ED ने दिल्ली, फरीदाबाद और एनसीआर के 12 इलाकों में WTC बिल्डर और प्रमोटर आशीष भल्ला और भूटानी ग्रुप के प्रमोटर आशीष भूटानी के खिलाफ जांच तेज कर दी है। इस मामले में कथित तौर पर 3000 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है। आइए जानते हैं WTC के कारोबार और आरोपों के बारे में विस्तार से।
WTC क्या काम करता है?
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर (WTC) एक ग्लोबल नेटवर्क है, जो विश्वभर में व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न देशों में कार्यालय और सुविधाएं प्रदान करता है। WTC का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देना और व्यवसायों को वैश्विक बाजारों में प्रवेश करने में मदद करना है। इसके तहत विभिन्न देशों में बड़े बिजनेस सेंटर, सम्मेलन और व्यापार मेलों का आयोजन किया जाता है।
दिल्ली-एनसीआर में WTC का कारोबार
WTC का कारोबार दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न शहरों में फैला हुआ है। हाल ही में दिल्ली के नौरोजी नगर में एक अत्याधुनिक वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का उद्घाटन हुआ है। यह केंद्र 25 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें 12 टावर हैं, जिनमें प्रत्येक 10 मंजिलों का निर्माण किया गया है। यह इमारत लगभग 34 लाख वर्ग फीट प्रीमियम वाणिज्यिक स्थान प्रदान करती है। इस केंद्र का उद्देश्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSUs) और वित्तीय संस्थानों को एक सुविधाजनक व्यापारिक स्थान प्रदान करना है।
इसके अलावा WTC का कारोबार नोएडा, चंडीगढ़, अहमदाबाद, अमृतसर, भोपाल, फरीदाबाद, गिफ्ट सिटी, लखनऊ, पटना, सूरत, वडोदरा और वाराणसी जैसे विभिन्न शहरों में फैला हुआ है। यह समूह बड़े पैमाने पर वाणिज्यिक रियल एस्टेट विकास में सक्रिय है और व्यापार के विभिन्न पहलुओं को बढ़ावा देने के लिए काम करता है।
क्या है आरोप?
WTC ग्रुप और भूटानी ग्रुप पर आरोप है कि इन्होंने रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेशकों से बड़ी रकम जुटाई, लेकिन समय पर प्रोजेक्ट पूरा नहीं किया। इसके परिणामस्वरूप निवेशकों को भारी नुकसान हुआ। खासकर WTC के प्रमोटर आशीष भल्ला और भूटानी ग्रुप के प्रमोटर आशीष भूटानी पर आरोप है कि उन्होंने निवेशकों को धोखा दिया और उनकी राशि का दुरुपयोग किया।
इस पर कई निवेशकों ने शिकायतें की थीं, जिसके बाद ED ने जांच शुरू की और दोनों ग्रुप्स के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया। इन आरोपों की गहराई से जांच की जा रही है और अब तक 3000 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है। ED की कार्रवाई ने इन ग्रुप्स के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
WTC का बिजनेस मॉडल
Commercial Real Estate Development: WTC का मुख्य काम हाई क्लास वर्क प्लेस, कमर्शियल टावर और बिजनेस सेंटर का निर्माण करना है। इसके द्वारा बनाए गए टावरों और इमारतों में बड़े-बड़े कंपनियों के कार्यालय स्थित होते हैं, जो उन्हें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में भाग लेने का अवसर प्रदान करते हैं।
Trade Promotion Services: WTC व्यापारिक समुदाय को समर्थन देने के लिए व्यापार मेलों, प्रदर्शनियों, सम्मेलनों और बैठकों का आयोजन करता है। यह व्यवसायों को वैश्विक स्तर पर नेटवर्किंग और साझेदारी के अवसर प्रदान करता है।
Business Information Services: WTC बिजनेस के लिए बाजार विश्लेषण, रिपोर्ट्स और अन्य जानकारी प्रदान करता है, जिससे कंपनियों को वैश्विक बाजार में अपनी रणनीति को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।