- प्रेम प्रसंग में युवक की कर दी गई थी हत्या, जंगल से पुलिस ने बरामद
Chaibasa : पश्चिमी सिंहभूम जिले के कराईकेला थाना क्षेत्र में 2020 में हुए सीताराम बोदरा हत्याकांड का 5 साल बाद उद्भेदन हो गया है। पुलिस ने इस मामले में तीन हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें राम बोदरा, पातोर होनहागा और लालो बोदरा शामिल हैं।टैटेईपदा गांव निवासी सीताराम बोदरा लापता हो गया था। उसके भाई नंदू बोदरा ने अपने भाई के अपरहण और हत्या की आशंका जताते हुए 20 सितंबर 2020 को मामला दर्ज कराया था। लेकिन, पुलिस को सफलता नहीं मिली थी। इसी दौरान 27 जून को इस कांड में शामिल एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया तो पूरे मामले का उद्भेदन हो गया। इसके बाद पुलिस ने दो आरोपियों को और गिरफ्तार किया, जबकि इस हत्याकांड के दो आरोपी अब भी फरार हैं।सीताराम बोदरा का माधे दिग्गी नामक महिला से प्रेम प्रसंग था, जिसे पातोर होनहागा और माघे दिग्गी के परिवार वाले स्वीकार नहीं करते थे।
इसी कारण इन लोगों ने सीताराम बोदरा की हत्या कर दी थी।टैटेईपदा गांव निवासी पातोर होनहागा, माचे दिग्गी और लाल बोदरा उर्फ गोरम बोदरा, राम बोदरा, लाण्डूपोदा निवासी विशाल पूर्ति ने सीताराम बोदरा को जान से मार कर रास्ते से हटाने का षड्यंत्र रचा था। इसके बाद सभी ने अपहरण कर उसकी हत्या की और शव को दफना दिया था।
अपराधियों की निशानदेही पर पुलिस ने राजविजयपुर और बेनटांगर के बीच सुनसान कैनाल के किनारे से खोदाई कर मृतक का कंकाल बरामद किया।पुलिस ने सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। हत्या में शामिल दो अन्य आरोपियों (महिला माधे दिग्गी और विशाल पूर्ति) फरार हैं।
पुलिस इनकी गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान चला रही है।पोड़ाहाट के पुलिस अधिकारी शिवम प्रकाश ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मामले का खुलासा किया। इस मौके पर कराईकेला के थाना प्रभारी अंकित कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक गौतम कुमार, चंदन शुभम शर्मा के अलावा कराईकेला थाना के जवान उपस्थित थे।