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जामताड़ा में चिकित्सक के 70 प्रतिशत पद खाली, स्वास्थ्य सेवाओं पर बड़ा संकट

by The Photon News
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जामताड़ा: झारखंड के जामताड़ा जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। यहां कुल स्वीकृत 96 चिकित्सकों के पदों में से 70 प्रतिशत से अधिक खाली हैं। वर्तमान में केवल 32 चिकित्सक कार्यरत हैं, जिससे क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं।

सदर अस्पताल में स्थिति और गंभीर


जामताड़ा जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल, सदर अस्पताल, में हालात और भी खराब हैं। अस्पताल में चिकित्सकों के कुल स्वीकृत पदों की संख्या 32 है, लेकिन इनमें से केवल सात चिकित्सक ही मौजूद हैं। यह कमी मरीजों को समुचित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में एक बड़ी बाधा है।

स्वास्थ्य विभाग के सामने बड़ी चुनौती


सिविल सर्जन डॉ. आनंद मोहन मुर्मू ने स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि डॉक्टरों के अलावा अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की भारी कमी है। इससे अस्पतालों का संचालन बाधित हो रहा है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि यह समस्या केवल जामताड़ा जिले तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे संताल परगना और झारखंड के अन्य हिस्सों में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है।

संताल परगना में स्वास्थ्य सेवाओं की बदतर स्थिति


विशेषज्ञों के अनुसार, संताल परगना क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था झारखंड के सबसे कमजोर हिस्सों में से एक है। देवघर एम्स और दुमका मेडिकल कॉलेज को छोड़ दें तो पूरे क्षेत्र में कोई भी बेहतर सरकारी स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध नहीं है। दुमका मेडिकल कॉलेज में भी चिकित्सकों और अन्य कर्मचारियों के कई पद खाली पड़े हैं।

बिहार और पश्चिम बंगाल पर निर्भरता


इलाज के लिए मरीजों को अक्सर पड़ोसी राज्यों बिहार और पश्चिम बंगाल जाना पड़ता है। धनबाद और रांची के बड़े अस्पतालों पर भी इस क्षेत्र के लोगों की भारी निर्भरता है।

स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद बढ़ी उम्मीदें


जामताड़ा के विधायक और झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी से लोगों को इस संकट को हल करने की उम्मीद है। डॉ. अंसारी, जो खुद एमबीबीएस और एमडी डॉक्टर हैं, ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने का वादा किया है। कोरोना काल के दौरान भी उन्होंने अपनी स्वास्थ्य मंत्री बनने की इच्छा व्यक्त की थी और अब मंत्री पद संभालने के बाद संताल परगना में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने का प्रयास करेंगे।

सरकारी प्रयासों की आवश्यकता


झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग के सामने यह एक बड़ी चुनौती है कि किस तरह स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त किया जाए। जामताड़ा सहित संताल परगना में चिकित्सकों की भर्ती और स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है

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