मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां कुएं की सफाई करने उतरे 8 लोगों की जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई। शुरुआती जांच में पता चला है कि कुएं के अंदर जहरीली गैस मौजूद थी, जिसके कारण सभी लोगों का दम घुट गया और बाद में डूबने से उनकी जान चली गई।
कैसे हुआ हादसा?
मिली जानकारी के अनुसार, खंडवा जिले के मोघट थाना क्षेत्र के एक गांव में यह हादसा हुआ। गांव में एक पुराना कुआं था, जिसकी सफाई के लिए कुछ लोग उसमें उतरे थे। सफाई के दौरान कुएं में मौजूद जहरीली गैस के कारण सभी लोगों का दम घुटने लगा, जिससे वे बेहोश हो गए और पानी में गिर गए।
जब काफी देर तक कोई बाहर नहीं आया, तो स्थानीय लोगों ने पुलिस और प्रशासन को सूचना दी। रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया।
रेस्क्यू ऑपरेशन और शवों का निकालना
बचाव दल ने सबसे पहले 6 शवों को बाहर निकाला, लेकिन दो अन्य लोगों की तलाश में काफी मशक्कत करनी पड़ी। आखिरकार घंटों की मेहनत के बाद सभी शवों को बाहर निकाला गया। मृतकों की पहचान कर ली गई है और उनके परिजनों को सूचना दे दी गई है।
प्रशासन ने क्या कहा?
प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि कुएं में जहरीली गैस की मौजूदगी के कारण यह हादसा हुआ। ऐसी गैसें आमतौर पर कुएं या बंद जगहों में ऑक्सीजन की कमी के कारण बनती हैं। बिना सुरक्षा उपायों के कुएं में उतरना बेहद खतरनाक हो सकता है।
ऐसी घटनाओं से बचने के लिए क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
- कुएं या बंद स्थानों में उतरने से पहले गैस डिटेक्टर की मदद से जहरीली गैस की जांच करनी चाहिए।
- कुएं को कुछ समय के लिए खुला छोड़ देना चाहिए ताकि जहरीली गैस निकल सके।
- ऑक्सीजन मास्क और सेफ्टी हार्नेस जैसे सुरक्षा उपकरणों के बिना अंदर नहीं जाना चाहिए।
- किसी भी सफाई कार्य के दौरान विशेषज्ञों और प्रशासन की सलाह लेनी चाहिए।
खंडवा की यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि बिना सुरक्षा उपायों के कुएं, सीवर या बंद जगहों में प्रवेश करना जानलेवा हो सकता है। प्रशासन को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाना चाहिए और सुरक्षा नियमों को कड़ाई से लागू करना चाहिए।