पटना : बिहार सरकार आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में शिक्षा क्षेत्र में बड़ा कदम उठाने जा रही है। राज्य सरकार ने एक बार फिर से शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया को तेज करने का निर्णय लिया है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने घोषणा की है कि टीआरई-4 (टीचर रिक्रूटमेंट एग्जाम 4) के तहत बिहार में 80,000 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। यह भर्ती प्रक्रिया राज्य के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने और छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से की जा रही है।
80,000 पदों पर भर्ती
सम्राट चौधरी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए बताया कि बिहार सरकार विधानसभा चुनाव से पहले 80 हजार शिक्षकों की भर्ती निकालेगी। उन्होंने अपने संदेश में लिखा, ‘बिहार में फिर से 80 हजार शिक्षकों की बहाली होगी! युवा मन लगाकर पढ़ें, बहाली एनडीए सरकार दे रही है भरपूर’। इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि इस भर्ती प्रक्रिया के तहत TRE-4 के तहत 80,000 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी।
शिक्षा व्यवस्था में सुधार
राज्य सरकार का लक्ष्य है कि 75,000 से अधिक स्कूलों में 7 लाख से ज्यादा शिक्षकों की नियुक्ति की जाए। इस प्रक्रिया में चौथा चरण यानी टीआरई-4 महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सरकार का उद्देश्य विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को पूरा करना है, ताकि छात्र अच्छी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें।
रिक्त पदों का समावेश
टीआरई-4 के तहत 21,397 रिक्त पदों को भी इस भर्ती में शामिल किया जाएगा, जो टीआरई-3 की प्रक्रिया के दौरान खाली रह गए थे। यह निर्णय बिहार सरकार द्वारा राज्य में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से लिया गया है। इससे पहले टीआरई-3 के तहत भी कई शिक्षक पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही थी, लेकिन कुछ पद खाली रह गए थे, जिन्हें अब इस नई भर्ती में समाहित किया जाएगा।
विशेष ध्यान दिए गए विषय
टीआरई-4 में सबसे अधिक वैकेंसी गणित, संगीत और खेल शिक्षकों के लिए होगी। रिपोर्ट के अनुसार, 11,000 से अधिक पदों पर इन विशेष विषयों के शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इसके अतिरिक्त, बीपीएससी के तहत कक्षा 1 से 12वीं तक के शिक्षकों की भर्ती होगी। इस भर्ती के माध्यम से राज्य के विभिन्न स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने की योजना है।
एससी/एसटी स्कूलों में भी होगी भर्ती
इसके अलावा, एससी/एसटी विभाग द्वारा संचालित स्कूलों में भी शिक्षक पदों पर भर्ती की जाएगी। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी वर्गों के बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मिल सके, एससी/एसटी स्कूलों के लिए विशेष रूप से भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
चुनाव से पहले भर्ती प्रक्रिया
बिहार में नवंबर तक विधानसभा चुनाव होने हैं और राज्य सरकार 80 हजार शिक्षकों की भर्ती को चुनाव से पहले पूरा करने की योजना बना रही है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने स्पष्ट किया है कि इस भर्ती का उद्देश्य राज्य के शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाना और स्कूलों में शिक्षा का स्तर ऊंचा करना है।
बिहार सरकार की ओर से शिक्षकों की भर्ती के इस कदम से राज्य के लाखों छात्रों को बेहतर और योग्य शिक्षक मिल सकेंगे। यह कदम न केवल शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाएगा, बल्कि शिक्षकों के लिए रोजगार के कई अवसर भी खोलेगा। उम्मीदवारों को अब इस भर्ती की तारीखों का इंतजार है और वे अपनी तैयारी में जुट गए हैं।
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