नई दिल्ली : इजरायल और हमास युद्ध के बीच एक बड़ी खबर आ रही है, जिसके एक जहाज के अपहरण होने की बात कही गई है। रविवार 19 नवंबर 2023 को यमन के हूती आतंकियों ने लाल सागर में भारत आ रहे मालवाहक जहाज का अपहरण कर लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते रविवार को लाल सागर में 25 क्रू मेंबर वाले एक जहाज पर हूती आतंकियों ने कब्जा किया है, जिसे शायद उन्होंने इजरायल का मानते हुए गिरफ्तार किया है, लेकिन हकीकत में जहाज इजरायल का नहीं है।
इजरायली डिफेंस फोर्स ने इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए कहा, “दक्षिण लाल सागर में यमन के हूतियों की ओर से कार्गो शिप का अपहरण वैश्विक स्तर पर एक बेहद गंभीर घटना है। यह जहाज अंतर्राष्ट्रीय नागरिक दल के साथ तुर्की से भारत के लिए रवाना हुआ था।”
हूती की धमकियों के बाद
इससे पहले यमन के हूती आतंकियों ने इजरायली जहाजों को लेकर धमकी जारी की थी। हूती नेता अब्दुल मलिक अल-हूती ने जहाजों को निशाना बनाने की धमकी दी थी और कहा था कि जिस भी जहाज पर इजरायल का झंडा लगा होगा, उसे जलाया जाएगा। इसके कुछ दिनों बाद जहाज पर कब्जा हो गया।
जहाज का रजिस्ट्रेशन ब्रिटिश कंपनी का
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जहाज का नाम “गैलेक्सी लीडर” है, जो ब्रिटिश कंपनी के रजिस्ट्रेशन के तहत है। जहाज को वर्तमान में जापानी कंपनी को लीज पर दिया गया था और हूती आतंकियों ने जब इस पर कब्जा किया, तब इसमें कोई इजरायली सवार नहीं था। जहाज में कई देशों के क्रू मेंबर सवार थे, जैसे कि यूक्रेन, बुल्गारिया, फिलीपींस, और मैक्सिको आदि।
हाईजैक के बाद हमास का बयान: जहाज के हाईजैक होने के बाद हमास के ओसामा हमदान ने भी अपना बयान दिया। उन्होंने कहा, “यमनी विद्रोही संगठन हूती की ओर से यह एक सराहनीय कदम है। मेरा मानना है कि इजरायल द्वारा गाजा में किया गया अपराध, हर वफादार को फिलीस्तीनी लोगों की रक्षा और समर्थन करने के लिए उत्सुक बनाता है। इस घटना के बाद, लेबनान और इराक में लोगों ने इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन किए। यूरोपीय और अरब मुल्कों में भी इजरायली अपराध के खिलाफ सड़कों पर उतरने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हो रही है। इस अप्रत्याशित घटना के समय, विश्व समुदाय को एक साथ आने और शांति स्थापित करने के लिए सक्रिय भूमिका निभाना होगा।