सेंट्रल डेस्क। US’s first private space craft Odysseus successfully lands on the moon: एक नया इतिहास रचा गया 17 फरवरी 2024 को जब अमेरिकी प्राइवेट स्पेस कंपनी इंट्यूटिव मशीन्स का लैंडर Odysseus ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली। यह पहली बार है जब किसी प्राइवेट कंपनी का स्पेसक्राफ्ट चांद पर उतरा है। भारतीय समय के मुताबिक, 4 बजकर 53 मिनट पर स्पेसक्राफ्ट की लैंडिंग चांद के दक्षिणी ध्रुव पर हुई।
क्या है Odysseus मिशन
Odysseus मिशन 15 फरवरी 2024 को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था। यह लैंडर नासा के कॉमर्शियल लूनर पेलोड सर्विसेज (CLPS) प्रोग्राम का हिस्सा था, जिसके तहत नासा ने निजी कंपनियों को चांद पर वैज्ञानिक उपकरण भेजने के लिए अनुबंधित किया था। Odysseus 17 फरवरी 2024 को सुबह 4:53 बजे भारतीय समय (IST) चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा। लैंडिंग ऑपरेशन सुचारू रूप से चला और लैंडर सुरक्षित रूप से चाँद की सतह पर उतरा।
क्या है मिशन का उद्देश्य
मिशन का उद्देश्य चांद के दक्षिणी ध्रुव के बारे में वैज्ञानिक जानकारी इकट्ठा करना है। लैंडर में कई वैज्ञानिक उपकरण हैं जो चांद की सतह की संरचना, वातावरण और भूविज्ञान का अध्ययन करेंगे।
क्या है मिशन का महत्व
Odysseus मिशन अंतरिक्ष अन्वेषण में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। यह पहली बार है जब किसी प्राइवेट कंपनी का स्पेसक्राफ्ट चांद पर उतरा है। यह मिशन भविष्य में चांद और अन्य ग्रहों पर मानव मिशनों के लिए भी महत्वपूर्ण है।
16 दिनों तक चांद की सतह पर करेगा काम
Odysseus लैंडर 16 दिनों तक चांद की सतह पर काम करेगा। लैंडर में 13 वैज्ञानिक उपकरण हैं जो चांद के दक्षिणी ध्रुव का अध्ययन करेंगे। नासा ने CLPS प्रोग्राम के तहत 10 कंपनियों को चांद पर वैज्ञानिक उपकरण भेजने के लिए अनुबंधित किया है।
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