पुणे: महाराष्ट्र के पुणे जिले के वाघोली चौक इलाके में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब रात के समय एक डंपर ने फुटपाथ पर सो रहे नौ मजदूरों को रौंद डाला। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो छोटे बच्चे भी शामिल हैं। वहीं, छह मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनमें से तीन की हालत चिंताजनक बनी हुई है। घटना के बाद पुलिस ने आरोपी डंपर चालक को गिरफ्तार कर लिया है, जो नशे में धुत था।
हादसे का विवरण
यह हादसा रविवार रात करीब एक बजे हुआ। वाघोली के केसनंद नाका पुलिस स्टेशन के पास स्थित फुटपाथ पर सो रहे ये मजदूर अमरावती जिले से पुणे काम करने आए थे। मजदूर रात में फुटपाथ पर सोते थे, लेकिन इस रात डंपर चालक ने अपनी गाड़ी पूरी रफ्तार से उन पर चढ़ा दी। हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छह लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
मृतकों और घायलों की पहचान
मृतकों में 22 वर्षीय विशाल विनोद पवार, 2 वर्षीय वैभव रितेश पवार और 1 वर्षीय वैभव रितेश पवार शामिल हैं। मृतकों में दो बच्चे भी हैं, जिनकी मौत ने पूरे इलाके को शोक में डाल दिया।
घायलों की सूची में जानकी दिनेश पवार (21), रिनिशा विनोद पवार (1), रोशन शशदु भोसले (9), नागेश निवृत्ति पवार (27), दर्शन संजय वैराल (18) और अलीशा विनोद पवार (47) शामिल हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
आरोपी की गिरफ्तारी
पुणे सिटी पुलिस जोन-4 के पुलिस उपायुक्त हिम्मत जाधव ने हादसे की पुष्टि करते हुए कहा कि डंपर चालक गजानन टोटे को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में पता चला है कि चालक नशे में धुत था और इस कारण यह भयानक हादसा हुआ। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और डंपर की जिम्मेदारी भी जांची जा रही है।
डंपर की रजिस्ट्रेशन जानकारी
हादसे में शामिल डंपर को भार्गव बिल्टवेज इंटरप्राइजेज के नाम पर रजिस्टर्ड किया गया है। पुलिस ने डंपर के मालिक से भी संपर्क साध लिया है, ताकि मामले में और जानकारी जुटाई जा सके।
सामाजिक प्रतिक्रियाएं और शोक
इस हादसे ने पूरे पुणे शहर को हिलाकर रख दिया है। फुटपाथ पर सोते हुए इन मजदूरों के ऊपर डंपर का चढ़ना न केवल एक हादसा है, बल्कि यह समाज में सुरक्षा और जिम्मेदारी की आवश्यकता को भी उजागर करता है। मजदूर वर्ग की सुरक्षा और उनके अधिकारों के बारे में लोग सवाल उठा रहे हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो रोजी-रोटी के लिए घर से दूर रहते हैं और सार्वजनिक स्थानों पर सोने के लिए मजबूर होते हैं।
सुरक्षा और जागरूकता की आवश्यकता
यह हादसा इस बात का एक और उदाहरण है कि सार्वजनिक स्थानों पर यातायात की सुरक्षा को लेकर और कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है। वहीं, डंपर और अन्य भारी वाहनों के चालक के लिए भी यह एक सख्त चेतावनी है कि वे हमेशा सावधानी बरतें, खासकर जब वे किसी व्यस्त इलाके से गुजर रहे हों।
इस हादसे से मजदूरों के परिवारों में गहरा शोक है और घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हों, यही सबकी कामना है। पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने का प्रयास कर रही है।
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