मुंबई : राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आंबिटकर और चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ ने मंगलवार को मुंबई में आयोजित एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में मानव मेटा न्यूमो वायरस (एचएमपीवी) के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। दोनों मंत्रियों ने इस वायरस को लेकर भ्रम और अफवाहों को समाप्त करने की कोशिश की और स्पष्ट किया कि यह कोई नई बीमारी नहीं है।
एचएमपीवी वायरस: कोई कारण नहीं डरने का
स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आंबिटकर ने कहा कि एचएमपीवी वायरस एक मौसमी बीमारी है जो आमतौर पर सर्दियों और वसंत की शुरुआत में देखी जाती है। यह बीमारी हल्की होती है और किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे इस वायरस को लेकर अफवाहों से बचें और केवल तथ्यों पर विश्वास करें।
मंत्रियों ने बताया कि इस वायरस का उपचार लक्षणों के अनुसार किया जाता है और इसके लिए एंटीबायोटिक्स या एंटीवायरल दवाओं की आवश्यकता नहीं है। रोगियों को डॉक्टर की सलाह के बिना दवाई नहीं लेनी चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग का सक्रिय कदम और सतर्कता
मंत्रियों ने यह भी बताया कि राज्य सरकार के सभी अस्पतालों में आवश्यक दवाइयों का स्टॉक उपलब्ध है। उन्होंने नागरिकों को श्वसन संक्रमण से बचने के लिए स्वच्छता के बुनियादी नियमों का पालन करने की सलाह दी। इसके अलावा, नागपुर में दो बच्चों में इस वायरस की पुष्टि होने के बाद, उनकी जांच पुणे की प्रयोगशाला में की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग इस वायरस से निपटने के लिए पूरी तरह से सक्रिय है और जल्द ही इस मामले में और जानकारी साझा की जाएगी।
सावधानी बरतने की सलाह
मंत्रियों ने विशेष रूप से छोटे बच्चों, वृद्ध नागरिकों और गंभीर रूप से बीमार रोगियों को इस वायरस से बचाव के उपायों की सलाह दी। स्वास्थ्य विभाग इस वायरस के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है और सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे इस मुद्दे पर किसी भी अफवाह का हिस्सा न बनें।
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