प्रयागराज : प्रयागराज के महाकुंभ मेला में सोमवार को एक ऐतिहासिक और धार्मिक क्षण देखने को मिला, जब देश की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई। इस विशेष अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके साथ मौजूद रहे। राष्ट्रपति मुर्मु का यह दौरा न केवल महाकुंभ के धार्मिक महत्व को बढ़ाने वाला था, बल्कि इसे देशभर के श्रद्धालुओं के लिए एक प्रेरणास्रोत भी माना जा रहा है।


संगम में स्नान और पक्षियों को दाना खिलाने का विशेष कार्यकम

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अपनी यात्रा के दौरान संगम में स्नान किया और वहां की शांति और आस्था का अनुभव किया। इसके बाद उन्होंने संगम के किनारे पर स्थित पक्षियों को दाना भी खिलाया, जो एक बहुत ही खास और अद्भुत दृश्य था। उनके इस कार्य को देखते हुए वहां उपस्थित श्रद्धालुओं ने उन्हें आशीर्वाद दिया और उनका सम्मान किया। राष्ट्रपति मुर्मु का यह दौरा महाकुंभ के आयोजकों और श्रद्धालुओं के लिए एक यादगार पल बना।

सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन की तैयारियां
राष्ट्रपति के इस वीवीआईपी दौरे के दौरान प्रयागराज में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई थी। प्रशासन ने विशेष रूप से महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यातायात और सुरक्षा इंतजाम किए थे ताकि राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान कोई भी अप्रिय घटना न घटे। इस मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी, सुरक्षाकर्मी और प्रशासनिक अधिकारी तैनात थे।
इसके अलावा, राष्ट्रपति के कार्यक्रम के दौरान उनका संगम स्नान, अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन भी तय किया गया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने प्रयागराज में करीब आठ घंटे बिताए, जिसमें वह शहर के प्रमुख धार्मिक स्थलों का दौरा करने के साथ-साथ श्रद्धालुओं से मुलाकात भी करेंगी।
महाकुंभ की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता में वृद्धि
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का महाकुंभ मेले में आना न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी एक ऐतिहासिक घटना बन गई है। उनके संगम में डुबकी लगाने से महाकुंभ के धार्मिक महत्व को एक नई ऊंचाई मिली है। यह श्रद्धालुओं के लिए एक प्रेरणादायक क्षण था, जब देश की सबसे बड़ी नागरिक ने इस पवित्र स्थल पर आस्था व्यक्त की।
सीएम योगी आदित्यनाथ का साथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति के साथ मिलकर महाकुंभ मेले की महत्ता और यहां के धार्मिक वातावरण का अनुभव किया। उनका यह साथ इस यात्रा को और भी महत्वपूर्ण बनाता है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान महाकुंभ के आयोजन की सफलता के लिए आयोजकों और प्रशासन की तारीफ की और कहा कि इस ऐतिहासिक मेला का आयोजन देश की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करता है।
राष्ट्रपति का दिल्ली लौटने का समय
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का प्रयागराज दौरा शाम पौने 6 बजे समाप्त हुआ और वह वापस नई दिल्ली के लिए रवाना हो गईं। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ में अपने द्वारा किए गए धार्मिक कर्मों और दर्शन को याद करते हुए कहा कि यह उनका जीवनभर का एक अद्भुत अनुभव था। राष्ट्रपति मुर्मु का यह दौरा न केवल प्रयागराज के लिए एक ऐतिहासिक घटना था, बल्कि यह देशभर के श्रद्धालुओं और आस्थावान लोगों के लिए एक प्रेरणा और आस्था का प्रतीक भी बना। उनके इस दौरे से महाकुंभ की धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्ता को एक नई पहचान मिली है।
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