आरा : बिहार के भोजपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब एक तेज रफ्तार ट्रक ने मुंडन समारोह से लौट रहे एक ऑटो को टक्कर मार दी। हादसे में मारे गए लोगों में एक बच्ची और तीन महिलाएं शामिल हैं, जबकि घायल व्यक्तियों को इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटनास्थल पर हुआ दर्दनाक हादसा
यह हादसा भोजपुर जिले के आरा-बक्सर हाईवे पर शाहपुर थाना क्षेत्र स्थित फौजी होटल के पास हुआ। सुबह के समय, तेज रफ्तार ट्रक ने ऑटो को जोरदार टक्कर मारी, जिससे ऑटो में सवार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह सभी लोग मुंडन समारोह से लौट रहे थे। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद स्थानीय ग्रामीणों और शाहपुर थाना पुलिस ने मिलकर घायलों को तुरंत आरा सदर अस्पताल पहुंचाया।
मृतकों की पहचान और घटनाक्रम
मृतकों में 7 वर्षीय अजीत कुमार, जो वैशाली जिले के राघोपुर थाना क्षेत्र के नयकापाढ़ी फतेहपुर गांव का निवासी था, शामिल है। इसके अलावा, 50 वर्षीय सुहागी देवी, जो वैशाली जिले के छिवकिया गांव की निवासी थी, 65 वर्षीय शुभाग्या देवी और 65 वर्षीय सिरतिया देवी भी मारे गए। ये सभी महिलाएं और बच्चा मुंडन समारोह से लौट रहे थे, जब यह हादसा हुआ।
हादसे के बाद पीड़ित परिजनों ने बताया कि वे नारायण महतो के 6 वर्षीय पुत्र कार्तिक के मुंडन संस्कार के लिए मंगलवार को गुप्ताधाम गए थे। गुरुवार की सुबह, सभी लोग एक ऑटो में सवार होकर शाहपुर लौट रहे थे, तभी यह दर्दनाक घटना घटित हुई।
पुलिस ने शुरू की छानबीन, चालक फरार
हादसे के बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसके साथ ही, पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। थाना प्रभारी ने बताया कि दुर्घटना के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा छापेमारी की जा रही है। फिलहाल, ट्रक चालक का कोई सुराग नहीं मिल पाया है, लेकिन पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और चालक को जल्द ही गिरफ्तार करने का दावा किया है।
दर्दनाक हादसा और प्रशासन की भूमिका
यह हादसा भोजपुर जिले में एक बड़े सड़क हादसे के रूप में सामने आया है, जिसमें 4 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हुए हैं। स्थानीय लोगों ने भी हादसे के बाद आपातकालीन स्थिति में पुलिस और स्वास्थ्य सेवाओं का सहयोग किया। इस हादसे के बाद सवाल उठ रहे हैं कि सड़क सुरक्षा को लेकर और तेज रफ्तार वाहनों पर कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है, ताकि इस तरह के हादसों को रोका जा सके।
दूसरी ओर, इस दुर्घटना ने उन परिवारों को भी गहरा आघात पहुंचाया है जो मुंडन समारोह की खुशी से लौट रहे थे। हादसे में जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिवारों के लिए यह घटना बेहद दुखदायी रही है।
यह हादसा प्रदेश में सड़क सुरक्षा की गंभीर समस्याओं को उजागर करता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।