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मुर्शिदाबाद के बाद दक्षिण 24 परगना में भड़की हिंसा, पुलिस वैन को किया आग के हवाले, सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला

मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून को लेकर शुरू हुआ विवाद अब दक्षिण 24 परगना तक पहुंचा। हिंसा भड़कने पर पुलिस वैन जलाई गई, मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा।

by Neha Verma
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कोलकाता: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन अब उग्र रूप ले चुका है। बीते दिनों मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद अब दक्षिण 24 परगना जिले में भी हिंसा भड़क गई है। उपद्रवियों ने पुलिस वैन में आग लगा दी और कई वाहनों में तोड़फोड़ की। स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस और केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है। इसी बीच मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है।

वक्फ संशोधन कानून बना हिंसा की वजह

जानकारी के मुताबिक, वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया। मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज के जाफराबाद इलाके में हिंसा के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। हालात बेकाबू होते देख राज्य पुलिस को BSF की मदद लेनी पड़ी। पुलिस और केंद्रीय बलों की त्वरित कार्रवाई से हालात पर फिलहाल नियंत्रण पा लिया गया है।

दक्षिण 24 परगना में भी हिंसा

मुर्शिदाबाद के बाद दक्षिण 24 परगना में भी तनाव फैल गया। उपद्रवियों ने पुलिस वैन को आग के हवाले कर दिया और कई अन्य सरकारी वाहनों को नुकसान पहुंचाया। पुलिस बल लगातार दंगाइयों पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। क्षेत्र में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है।

सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हुई याचिका

वकील शशांक शेखर झा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिसमें उन्होंने अदालत की निगरानी में विशेष जांच दल (SIT) गठित कर हिंसा की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वक्फ कानून तो महज एक बहाना है, असल में निशाने पर हिंदू समुदाय है। याचिका में यह भी मांग की गई है कि दोषियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाए।

बीजेपी का ममता बनर्जी पर हमला

हिंसा के बीच भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी का कहना है कि ममता बनर्जी के एक बयान ने ही इस हिंसा को हवा दी। बीजेपी ने एक वीडियो साझा करते हुए दावा किया कि ममता बनर्जी ने हिंसा को चेतावनी नहीं, बल्कि निमंत्रण दिया। वीडियो में ममता कहती दिख रही हैं, “यदि वे आंदोलन का आह्वान करते हैं, तो क्या आप खुद को नियंत्रित कर पाएंगे?” बीजेपी का कहना है कि यह बयान हिंसा के लिए ‘हरी झंडी’ था।

राज्यपाल ने जताई चिंता, केंद्र सरकार सतर्क

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने राज्य में फैली हिंसा पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत की है और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय सतर्क हैं। राज्यपाल ने बताया कि BSF की 9 कंपनियां तैनात की जा चुकी हैं और CRPF, RPF व RIF बल भी तैयार रखे गए हैं। राज्य पुलिस भी केंद्रीय बलों के साथ मिलकर उपद्रवियों पर कार्रवाई कर रही है।

लोगों को दी जा रही मदद

राज्यपाल बोस ने यह भी बताया कि संकट में फंसे लोगों को केंद्रीय बलों के माध्यम से समय पर मदद पहुंचाई जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि हिंसा फैलाने वालों और उनके संरक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इसे सिर्फ कानून-व्यवस्था का मामला नहीं, बल्कि अन्याय और हिंसा के खिलाफ समाज की लड़ाई बताया।

पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून को लेकर शुरू हुआ विवाद अब राज्यव्यापी संकट में बदलता जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप से मामला और गंभीर हो गया है। ऐसे में यह देखना अहम होगा कि अदालत और सरकार मिलकर इस स्थिति से किस तरह निपटती हैं।

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