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1 करोड़ के इनामी नक्सली नेता मिसिर बेसरा के 11 बंकर किए गए ध्वस्त-छह नक्सली मोर्चा भी खोजकर किए क्षतिग्रस्त…

by Birendra Ojha
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  • सारंडा व कोल्हान के जंगल में तेज हुआ सर्च ऑपरेशन, 2000 से अधिक जवान घुसे
  • 15-15 किलोग्राम के आठ आईईडी बरामद

चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले में सक्रिय 1 करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा और उसके साथियों को खोजने के लिए सारंडा व कोल्हान के जंगलों में सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन तेज कर दिया है। सोमवार को दोपहर बाद से 2000 से अधिक जवान सारंडा व कोल्हान के घनघोर जंगलों में नक्सलियों की टोह लेने के लिए घुसे हैं। इस अभियान में जिला पुलिस के अलावा सीआरपीएफ की छह अलग-अलग बटालियन, कोबरा की तीन बटालियन और झारखंड जगुआर को शामिल किया गया है।

सारंडा के छोटानागरा, टोन्टो के सारजोमबुरू, जराईकेला के बाबूडेरा और गोइलकेरा की सीमाओं से अलग-अलग टीमें बनाकर नक्सलियों को घेरने के लिए घुसे जवानों ने मंगलवार को जराईकेला थाना अंतर्गत बाबूडेरा के जंगल में 11 नक्सली बंकर और छह मोर्चा खोज निकाले। इन बंकरों का मिसिर बेसरा व उसके साथी रहने के लिए प्रयोग कर रहे थे। यहां से छह आईईडी भी बरामद कर नष्ट किए गए।

इसके अलावा टोन्टो थाना अंतर्गत वनग्राम बकराबेरा के पास जंगली रास्ते से दो आईईडी बरामद कर नष्ट किए गए हैं। ए आईईडी 15 किलो से लेकर 4 किलोग्राम तक के थे। बंकरों से प्रिंटर, कारतूस, दो बैटरी, लेथ मशीन, 18 पाइप, 15 मीटर तार व अन्य सामग्री बरामद की गई है।

12 अप्रैल को एक जवान के शहीद होने के बाद ऑपरेशन किया तेज

सीआरपीएफ की ओर से बनाए गए 15 से अधिक फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस से सर्च ऑपरेशन का संचालन किया जा रहा है। इन एफओबी से छह किलोमीटर की दूरी पर नक्सलियों ने आईईडी बिछा रखे हैं ताकि चूक होने पर सुरक्षाबलों को नुकसान हो और संचालित ऑपरेशन में व्यवधान उत्पन्न हो जाए। इसी तरह बिछाए गए एक आईईडी की चपेट में आकर 12 अप्रैल झारखंड जगुआर के कांस्टेबल सुनील धान और कोबरा की 203 बटालियन के हेड कांस्टेबल विष्णु सैनी बुरी तरह जख्मी हो गए थे। इलाज के क्रम में कांस्टेबल सुनील धान शहीद हो गए थे।

डीजीपी के दौरे के बाद जोश में जवान

इस दुखद घटना के बाद डीजीपी अनुराग गुप्ता 14 अप्रैल को सारंडा के छोटानागरा पहुंचे और पुलिस व सीआरपीएफ के वरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर सर्च ऑपरेशन को लेकर दिशा-निर्देश दिए थे। उसी के उपरांत सतर्कता के साथ ऑपरेशन को आगे बढ़ाया गया है। पुलिस और सीआरपीएफ से जुड़े सूत्रों ने बताया कि वर्तमान में नक्सली सुरक्षित ठिकानों की तलाश कर जमीन के नीचे बंकर बनाकर छिपे हुए हैं। जैसे-जैसे इन बंकरों के बारे में पता चल रहा है, सुरक्षाबल के जवान वहां पहुंच रहे हैं और मोर्चे व बंकर ध्वस्त कर रहे हैं। हालांकि मौसम में आए बदलाव और वर्षा के कारण नक्सलियों की जंगल में टोह लेने में थोड़ी परेशानी आ रही है, परंतु अपने वीर बलिदानी भाइयों का बदला लेने के लिए जवान पूरी सतर्कता के साथ संभावित ठिकानों को ढूंढने में लगे हुए हैं।

मिसिर व उसके साथियों को पकड़ने के लिए चल रहा ऑपरेशन : एसपी


पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर के अनुसार नक्सली मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछू, अनलख् असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन, पिंटू लोहरा, चंदन लोहरा, अमित हांसदा, जयकांत, रापा मुंडा आदि के क्षेत्र में काफी दिनों से रहने की सूचना प्राप्त हो रही है। सूचनाओं का सत्यापन कर अभियान संचालित किया जा रहा है। अभियान के दौरान जवानों को अतिरिक्त सतर्क रहने के लिए कहा गया है।

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