पलामू (झारखंड) : झारखंड में सक्रिय नक्सली संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (TSPC) के टॉप कमांडर और 10 लाख रुपये के इनामी नक्सली शशिकांत गंझू को सुरक्षा बलों ने टारगेट पर ले लिया है। बीते शुक्रवार को पलामू के तरहसी थाना क्षेत्र में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में शशिकांत गंझू एक बार फिर बच निकलने में कामयाब रहा।
झारखंड के वांछित नक्सली कमांडर शशिकांत गंझू पर 10 लाख का इनाम : Most Wanted Naxal in Jharkhand
शशिकांत गंझू, पलामू जिले के मनातू थाना क्षेत्र अंतर्गत डुमरी इलाके का रहने वाला है। राज्य सरकार द्वारा उस पर ₹10 लाख का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस के अनुसार, शशिकांत झारखंड के पलामू, लातेहार, चतरा और बिहार के गया जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय है और दर्जनों नक्सली घटनाओं को अंजाम दे चुका है।
पिछले तीन वर्षों में आधा दर्जन से ज्यादा मुठभेड़ : Naxal Encounters with Shashikant Ganjhu
पुलिस और सुरक्षाबलों की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में छह से अधिक बार शशिकांत गंझू के साथ मुठभेड़ हो चुकी है, लेकिन वह हर बार जंगलों का लाभ उठाकर फरार होने में सफल रहा है। तरहसी मुठभेड़ के बाद पलामू और चतरा जिलों में विशेष नक्सल विरोधी सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
तरहसी मुठभेड़ के बाद ऑपरेशन तेज : TSPC Commander Encounter in Palamu
पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने जानकारी दी कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि शशिकांत का दस्ता किसी बड़ी नक्सली घटना को अंजाम देने की तैयारी में था। इस इनपुट के आधार पर तरहसी क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान चलाया गया। मुठभेड़ के बाद शशिकांत की तलाश तेज कर दी गई है और उसे टारगेट पर रखा गया है।
टीएसपीसी की कमान अब शशिकांत के हाथ में : Shashikant Now Leads TSPC in Jharkhand
टीएसपीसी के सेकंड इन कमांड आक्रमण के पकड़े जाने के बाद अब संगठन की पूरी जिम्मेदारी शशिकांत गंझू के हाथों में आ गई है। सुरक्षा एजेंसियों के लिए वह झारखंड-बिहार बॉर्डर का सबसे सक्रिय और खतरनाक नक्सली बन चुका है। उसके नेटवर्क को कमजोर करने के लिए पुलिस लगातार ऑपरेशन चला रही है।