Jamshedpur (Jharkhand) : जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ ने अपने संरक्षक और झारखंड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के महामंत्री विश्वम्भर यादव की सेवानिवृत्ति के अवसर पर एक भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया। बड़ा बाबू के नाम से लोकप्रिय श्री यादव के सम्मान में आयोजित यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय परिसर में बड़े ही उत्साह और भावुकता के माहौल में संपन्न हुआ।
शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ, जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के अध्यक्ष गंगाधर नाग ने विश्वम्भर यादव को शॉल ओढ़ाकर उनका अभिनंदन किया। इसके पश्चात, संघ की सचिव सीमा तिर्की ने उन्हें उपहार भेंट कर सम्मानित किया। उपाध्यक्ष चैतन्य शिरोमणि ने अपने श्री यादव को पुष्पगुच्छ भेंट किया।
विदाई समारोह में संघ के सभी पदाधिकारियों और कार्यकारी सदस्यों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा, विश्वविद्यालय के अन्य सेवानिवृत्त कर्मचारी, विभिन्न एजेंसियों के कर्मचारी, संविदा आधारित कर्मचारी और कुछ शिक्षकों ने भी विश्वम्भर यादव के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए संघ की एकजुटता का परिचय दिया।
वर्तमान में विश्वम्भर यादव न केवल शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ, जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के संरक्षक हैं, बल्कि वे झारखंड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के महामंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर भी हैं। उनका जीवन कर्मचारियों के अधिकारों के लिए किए गए त्याग और अनवरत संघर्ष की एक प्रेरणादायक गाथा है। वे हमेशा कर्मचारियों की मांगों और उनके हितों की रक्षा के लिए तत्पर रहे हैं। श्री यादव का जमशेदपुर महिला महाविद्यालय से एक लंबा और गहरा नाता रहा है। उन्होंने वर्ष 1990 से लगातार लगभग 30 वर्षों से अधिक समय तक महाविद्यालय के सचिव के रूप में अपनी सेवाएं दीं। इसी दौरान उन्होंने अथक प्रयास कर जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के 52 दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों के पदों को स्वीकृत कराया और उनका नियमितीकरण तथा वेतन निर्धारण सुनिश्चित करवाया।
उन्होंने 1996 से लगभग 10 वर्षों तक रांची विश्वविद्यालय के प्रक्षेत्रीय मंत्री के रूप में भी सक्रिय भूमिका निभाई। उनके प्रयासों से 1997 और 2003 में रांची विश्वविद्यालय में लगभग 200 दैनिक भोगी कर्मचारियों का नियमितीकरण और वेतन निर्धारण संभव हो सका। कोल्हान विश्वविद्यालय में भी उन्होंने 2012 से 2021 तक प्रक्षेत्रीय सचिव के रूप में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसके परिणामस्वरूप 50 से अधिक कर्मचारियों को पदोन्नति में सहायता मिली और 10 से अधिक कर्मचारियों को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति प्राप्त हुई। चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए उन्होंने कृत्तकारी भत्ता और ग्रेड पे भी दिलवाया। साथ ही कर्मचारी हित में कई कार्य किये।
विदाई समारोह की औपचारिक शुरुआत संघ के अध्यक्ष गंगाधर नाग के स्वागत भाषण से हुई। इसके बाद, सेवानिवृत्त हो रहे विश्वम्भर यादव ने उपस्थित कर्मचारियों में जोश का संचार किया। उन्होंने अपने लंबे संघर्षों की चर्चा करते हुए कर्मचारियों को यह महत्वपूर्ण संदेश दिया कि बिना एकजुट हुए और बिना संघर्ष किए कर्मचारियों का कल्याण संभव नहीं है। समारोह के समापन पर संघ के उपाध्यक्ष चैतन्य शिरोमणि ने अपने विचार रखे।