नई दिल्ली : दक्षिण पश्चिम जिला और द्वारका जिला इकाइयों ने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। दक्षिण पश्चिम जिला की ऑपरेशन सेल ने पांच अवैध प्रवासियों, जिनमें तीन पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं, को हिरासत में लिया, जबकि द्वारका जिला की बिंदापुर थाना पुलिस ने दो अन्य बांग्लादेशी प्रवासियों को निर्वासित किया। दक्षिण पश्चिम जिला की ऑपरेशन सेल ने 13 जुलाई को पालम गांव क्षेत्र में गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की।
हिरासत में लिए गए व्यक्तियों की पहचान आकाश (26), चमिली खातून (26), मोहम्मद नाहिम (27), हलीमा बेगम (40) और मोहम्मद उस्मान (13) के रूप में हुई। ये सभी बांग्लादेश के विभिन्न जिलों से हैं और 2017 से भारत में अवैध रूप से रह रहे थे। इनके पास से बांग्लादेशी दस्तावेज जैसे राष्ट्रीय पहचान पत्र और जन्म प्रमाण पत्र बरामद किए गए। ये लोग हरियाणा के रेवाड़ी में ईंट भट्टों पर काम करते थे और हाल ही में दिल्ली में मजदूरी की तलाश में आए थे।
विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ), दिल्ली के सहयोग से इनके निर्वासन की प्रक्रिया शुरू की गई है। वहीं द्वारका जिला के बिंदापुर थाने की विशेष टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर दो अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों, शाहदत्त (30) और मोहम्मद अनवर (35) को पकड़ा। दोनों को एफआरआरओ कार्यालय में पेश किया गया और आवश्यक दस्तावेज पूरे होने के बाद उन्हें रोहिणी, दिल्ली के विजय विहार केंद्र में हिरासत में लिया गया। दक्षिण पश्चिम जिला के डीसीपी अमित गोयल और द्वारका जिला के डीसीपी अंकित सिंह ने इस कार्रवाई को अवैध आव्रजन के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा बताया है।