देवघर: देश के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में शामिल राजकीय श्रावणी मेला 2025 में लाखों श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ के दर्शन और शिवगंगा सरोवर में स्नान करने पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और आपदा प्रबंधन को देखते हुए एनडीआरएफ (NDRF) की विशेष 34 सदस्यीय टीम की तैनाती कर दी गई है।
शिवगंगा में NDRF की 24×7 निगरानी, श्रद्धालु निश्चिंत होकर लगाएं डुबकी
शिवगंगा सरोवर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और गहराई को ध्यान में रखते हुए एनडीआरएफ की टीम मोटर बोट, लाइफ जैकेट और डाइविंग उपकरणों से लैस होकर चौबीसों घंटे निगरानी कर रही है। देवघर के डीसी नमन प्रियेश लकड़ा के निर्देश पर शिवगंगा क्षेत्र और मंदिर प्रांगण में NDRF की मेडिकल टीम भी सक्रिय है।
एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर के नेतृत्व में टीम सरोवर से लेकर मंदिर परिसर तक तैनात है ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके। श्रद्धालु निश्चिंत होकर डुबकी लगा सकते हैं, क्योंकि सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता है।
बचाव कार्य के लिए अत्याधुनिक उपकरणों से लैस NDRF
श्रावणी मेला के दौरान किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित बचाव के लिए एनडीआरएफ की टीम को अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। इनमें शामिल हैं:
नई रबर की नावें (Inflatable Boats)
गोताखोरों की प्रशिक्षित टीम
लाइफ जैकेट्स और लाइफ बॉय
मेडिकल किट और ऑक्सीजन सिलेंडर
रेस्क्यू स्ट्रेचर और पानी में बचाव उपकरण
इसके अलावा, NDRF की पैरामेडिकल टीम, नर्सिंग असिस्टेंट और डॉक्टर भी मैदान में डटे हैं जो किसी भी मेडिकल इमरजेंसी में श्रद्धालुओं की तुरंत सहायता कर रहे हैं।
आपदा नहीं सेवा है मिशन– NDRF की तैनाती से श्रद्धालुओं में भरोसा
हर साल शिवगंगा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और पानी में फिसलन या डूबने की घटनाएं चिंता का कारण बनती रही हैं। लेकिन इस वर्ष, NDRF की सक्रिय तैनाती से सुरक्षा को लेकर श्रद्धालुओं में विश्वास बढ़ा है। टीम लगातार शिवगंगा की परिक्रमा कर निगरानी कर रही है और जरूरत पड़ने पर रीयल टाइम रिस्पॉन्स देने को तैयार है।
क्या बोले अधिकारी?
NDRF इंस्पेक्टर ने कहा कि श्रावणी मेला के दौरान हमारी टीम 24×7 अलर्ट मोड में है। शिवगंगा सरोवर हो या मंदिर परिसर, हर जगह हमारी निगरानी है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहायता हमारी प्राथमिकता है।