टेक्नोलॉजी डेस्क : आधार कार्ड में लिखी जन्म तिथि अब मान्य नहीं होगी। (Aadhaar Card Update) उसके साथ अब जन्म प्रमाण पत्र पेश करना होगा। यह नई व्यवस्था 1 दिसंबर से भारतीय विशिष्ट पहचान पत्र (यूआईएडीएआई) ने शुरू की है। आधार में जन्म दिनांक में संशोधन कर तारीख, महीना, वर्ष बदलकर होने वाले फर्जीवाड़े रोकने के लिए ये कदम उठाए हैं। अब स्कूल, कॉलेज में एडमिशन हो या पासपोर्ट बनवाने सहित सभी जगह आधार सिर्फ पहचान के दस्तावेज के रूप में काम आएगा।
फर्जीवाड़ा रोकने के लिए किया गया बदलाव
जिसका आधार कार्ड न हो, उसे सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल सकता। आधार कार्ड में नाम परिवर्तन, जन्म तिथि, महीना, वर्ष बदलने की सुविधा के चलते लोग फर्जी आधार तिथियां संशोधन करवा रहे थे। लोग नया और पुराना आधार कार्ड दिखाकर फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे थे। इन सबको रोकने के लिए यह बदलाव किया गया है। (Aadhaar Card Update) आधार कार्ड को अब सिर्फ पहचान का दस्तावेज ही मानेंगे। इसलिए भारतीय विशिष्ट पहचान पत्र अब आधार कार्ड प्रिंट निकालते समय आधार पहचान का प्रमाण है, नागरिकता या जन्मतिथि का नहीं संदेश लिखा आ रहा है।
आधार में जन्मतिथि और नाम बार-बार बदलवाकर लोग पेंशन योजना, एडमिशन, खेलकूद प्रतियोगिता समेत अलग-अलग योजनाओं का लाभ लेने के लिए फर्जीवाड़ा कर रहे थे। हालांकि, यूआईडीएआई की तरफ से कई बार सख्ती की गई। लेकिन, इसमें कामयाबी नहीं मिल सकी। इसके बाद अब इसमें बदलाव किया गया है। गौरतलब है कि आधार प्रोजेक्ट की शुरुआत 2009 में हुई थी। बाद में आधार कार्ड को विशिष्ट पहचान पत्र मानते हुए सभी सुविधाओं से जोड़ दिया गया था।
सत्यापन के लिए जन्म प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना जरूरी
नई व्यवस्था के बाद आपको आधार कार्ड के साथ जन्म प्रमाणपत्र पेश करना होगा। (Aadhaar Card Update) आधार परियोजना के डिप्टी डायरेक्टर राकेश वर्मा ने बताया कि नए नियम के साथ स्कूल कॉलेज में एडमिशन हो या पासपोर्ट बनवाना, सभी जगह आधार महज पहचान दस्तावेज के रूप में काम आएगा। बर्थ डेट के सत्यापन के लिए जन्म प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना जरूरी होगा। नए नियम के साथ ही अब स्कूल कॉलेज में एडमिशन हो या पासपोर्ट बनवाना सभी जगह आधार सिर्फ पहचान दस्तावेज के रूप में काम आएगा। जन्म तिथि सत्यापन के लिए जन्म प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा।
ऑनलाइन और ऑफलाइन कर सकते हैं सुधार
बता दें कि आधार कार्ड आम आदमी का एक जरूरी पहचान पत्र है। साथ ही यह एक ऐसा दस्तावेज है, जो हर जगह प्रयोग किया जाता है। इसलिए आधार कार्ड में होने बदलाव से सबको अवेयर रहना चाहिए। सबसे खास बात ये है कि यदि आपके आधार कार्ड में कोई करेक्शन है तो आप ये संशोधन और सुधार ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरह से कर सकते हैं। इसके लिए आपको आधार सेंटर पर जानें की जरूरत नहीं है।
Aadhaar Card Update: नए नियम से खड़े हुए कई सवाल
आधार में दर्ज जन्मतिथि को मान्यता नहीं देने के बाद बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि अब पेंशन सहित कई योजनाएं व ऐसे काम जहां लोगों के पास जन्म का कोई प्रमाणपत्र नहीं है, उनका क्या होगा। क्योंकि, बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जिनके पास अपनी उम्र का कोई प्रमाणपत्र नहीं है। फिलहाल, अधिकांश योजनाएं जनआधार से जुड़ी हैं और जनआधार सिर्फ आधार कार्ड के जरिए ही बन सकता है।
बिना आधार कार्ड के सरकारी सुविधाओं का नहीं मिलेगा लाभ
बता दें कि जिसका आधार कार्ड नहीं है, उसे सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल सकता। आधार कार्ड अब सिर्फ पहचान का दस्तावेज माना जाएगा। इससे पहले यूआईडीएआई ने आधार कार्ड में नाम के लिए दो बार और जन्म तिथि के लिए एक बार संशोधन का विकल्प दिया था।