नई दिल्ली: आगामी फरवरी में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपनी रणनीतियों को तेज कर दिया है। गुरुवार को पार्टी ने अपने पहले 11 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की, वहीं आज से ‘फ्री की रेवड़ी’ अभियान की शुरुआत करने जा रही है। यह अभियान दिल्ली में पार्टी के समर्थन को और मजबूत करने का एक अहम हिस्सा माना जा रहा है।
‘फ्री की रेवड़ी’ अभियान की शुरुआत
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस अभियान को लॉन्च करने का निर्णय लिया है। पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि जनता का पैसा, जनता की रेवड़ी.. तो उस पर हक़ भी जनता का ही है। आम आदमी पार्टी आज से पूरी दिल्ली में जनता के साथ ‘रेवड़ी पर चर्चा’ शुरू कर रही है।
AAP के कार्यकर्ता अब दिल्ली के हर घर तक पहुंचने का प्रयास करेंगे और लोगों के बीच ‘फ्री की रेवड़ी’ वितरित करेंगे। इन रेवड़ियों में दिल्ली सरकार की कुछ प्रमुख योजनाओं का विवरण दिया जाएगा, जिनका लाभ दिल्लीवासियों को प्राप्त हो रहा है।
रेवड़ी क्या है?
‘फ्री की रेवड़ी’ दरअसल दिल्ली सरकार की उन योजनाओं को दर्शाता है जिनका उद्देश्य आम नागरिकों को बिना किसी शुल्क के सेवाएं देना है। इसमें शामिल हैं:
मुफ्त बिजली: दिल्ली सरकार द्वारा लोगों को 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान की जाती है।
मुफ्त विश्वस्तरीय शिक्षा: सरकारी स्कूलों में मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का वादा किया गया है।
मुफ्त पानी: दिल्लीवासियों को 20,000 लीटर तक मुफ्त पानी उपलब्ध कराया जाता है।
बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा: दिल्ली सरकार बुजुर्गों को मुफ्त तीर्थ यात्रा की सुविधा देती है।
महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा: महिलाओं को दिल्ली के बसों में मुफ्त यात्रा का अवसर दिया गया है।
मुफ्त दवा और इलाज: सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज और दवा की सुविधा प्रदान की जाती है।
यह योजनाएं आम आदमी पार्टी की सरकार की तरफ से दिल्लीवासियों को दी जा रही प्रमुख ‘फ्री’ सेवाओं का हिस्सा हैं, जिन्हें पार्टी अब ‘फ्री की रेवड़ी’ के रूप में प्रचारित कर रही है।
दिल्ली में बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर लगातार ‘रेवड़ी कल्चर’ का आरोप लगाया है, जिसमें विपक्ष का कहना है कि पार्टी मुफ्त योजनाओं के जरिए वोट बैंक बढ़ाने की कोशिश कर रही है। विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चुनावी अभियानों में ‘रेवड़ी कल्चर’ पर निशाना साधा था।
केजरीवाल ने इस आरोप को हथियार बनाते हुए ‘फ्री की रेवड़ी’ अभियान की शुरुआत की है। अक्टूबर में ‘जनता की अदालत’ कार्यक्रम के दौरान केजरीवाल ने ऐलान किया था कि उनकी पार्टी चुनावी प्रचार में इस अभियान को जोर-शोर से लाएगी।
केजरीवाल का दावा: BJP सरकार बनने पर बंद हो जाएंगी योजनाएं
अरविंद केजरीवाल लगातार बीजेपी को यह घेरने की कोशिश कर रहे हैं कि यदि दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी, तो इन ‘फ्री’ योजनाओं को बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा इन योजनाओं का विरोध किया है और इसे चुनावी लॉलीपॉप बताया है। हालांकि, बीजेपी ने इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा है कि यदि वह सत्ता में आई तो कल्याणकारी योजनाओं को बंद नहीं किया जाएगा, बल्कि नई योजनाओं को शुरू किया जाएगा।
‘रेवड़ीमैन’ पोस्टर और पार्टी की रणनीति
इस अभियान को लेकर AAP ने हाल ही में एक पोस्टर भी जारी किया था, जिसमें अरविंद केजरीवाल का कार्टून चित्र दिखाया गया है। इस पोस्टर में उन्हें ‘रेवड़ीमैन’ के रूप में दर्शाया गया है, और इसके नीचे दिल्ली में दी जा रही योजनाओं का ब्योरा दिया गया है, जैसे कि मुफ्त बिजली, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा, बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा, और बुजुर्गों के लिए मुफ्त तीर्थ यात्रा। इस पोस्टर के जरिए पार्टी यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि दिल्ली सरकार जनता के पैसे को जनता के कल्याण के लिए उपयोग कर रही है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही आम आदमी पार्टी अपनी चुनावी रणनीतियों को तेज कर रही है। ‘फ्री की रेवड़ी’ अभियान को लेकर अरविंद केजरीवाल और उनके कार्यकर्ता पूरी दिल्ली में प्रचार-प्रसार करने में जुट जाएंगे। इसका उद्देश्य दिल्लीवासियों को यह दिखाना है कि उनकी सरकार ने उनकी भलाई के लिए क्या काम किया है, और आने वाले चुनावों में यह मुद्दा पार्टी के लिए एक अहम आकर्षण बन सकता है।
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