गोरखपुर : गीता प्रेस ने शनिवार को महाकुंभ में निशुल्क वितरण के लिए भेजे जाने वाले 30 लाख आरती संग्रहों की पहली खेप के रूप में पांच लाख पुस्तकें प्रयागराज भेज दीं। गौरतलब है कि यह निशुल्क वितरण प्रसिद्ध उद्योगपति गौतम अदाणी की ओर से होगा। हालांकि, अदाणी ग्रुप ने कुल एक करोड़ पुस्तकें मांगी थीं, लेकिन संसाधनों की कमी और गीताप्रेस की उत्पादन क्षमता के चलते 30 लाख आरती संग्रह पुस्तकों के प्रकाशन पर सहमति बनी थी। शेष 25 लाख पुस्तकें भी जल्द ही प्रयागराज भेज दी जाएंगी।
संग्रह में हैं कुल 102 आरतियां
महाकुंभ में वितरित होने के लिए जिस पुस्तक को भेजा गया है, वह गीता प्रेस में 15 रुपये में मिलती है। जबकि अदाणी ग्रुप को इसे मात्र 11.40 रुपये में दिया जा रहा है। अब तक इसके 95 संस्करण प्रकाशित हो चुके हैं और कुल मिलाकर 28.89 लाख प्रतियां बाजार में आ चुकी हैं। इस पुस्तक में देवी-देवताओं की 102 आरतियां शामिल हैं। इनमें गणेश, ब्रह्मा, विष्णु, महेश, लक्ष्मी-नारायण, श्रीराम, कृष्ण, और दुर्गा की आरतियां प्रमुख हैं।
गीता प्रेस के उत्पाद प्रबंधक आशुतोष कुमार उपाध्याय ने बताया कि अदाणी ग्रुप की मांग के अनुसार शेष पुस्तकें भी जल्द ही प्रयागराज रवाना कर दी जाएंगी। गीता प्रेस द्वारा कुल तीन प्रकार की आरती संग्रह प्रकाशित किया जाता है। उन्होंने बताया कि अदाणी ग्रुप का यह संकल्प है कि यह पुस्तक हर घर और मंदिर तक पहुंचे।