गोरखपुर : बेलघाट थाना क्षेत्र के ग्राम सोपाई में 16 फरवरी को हुए अभिषेक सिंह उर्फ चंचल (31 वर्ष) हत्याकांड के मुख्य आरोपी गैंगस्टर मानवेंद्र सिंह ने पुलिस को चकमा देकर देवरिया के सीजेएम कोर्ट में गुरुवार को सरेंडर कर दिया। वहीं, दूसरे आरोपी ज्ञानेंद्र सिंह को बुधवार रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले सोमवार को एक अन्य आरोपी अतुल उर्फ बिट्टू को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
पुलिस कर रही थी लगातार छापेमारी
मानवेंद्र सिंह के खिलाफ पुलिस का दबाव बढ़ने पर वह पुलिस से बचने में सफल हो गया। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की थी, लेकिन वह पकड़ा नहीं गया। मानवेंद्र को पकड़ने के लिए बेलघाट थाना पुलिस, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीमें दिन-रात काम कर रही थीं। इस दौरान पुलिस ने मानवेंद्र के रिश्तेदारों और करीबी लोगों से पूछताछ भी की, लेकिन उन्होंने उसके संपर्क में होने से इनकार किया। आखिरकार, गुरुवार को मानवेंद्र ने देवरिया कोतवाली थाने में 2019 में दर्ज एक आर्म्स एक्ट के मुकदमे में अपनी जमानत वापस कराकर सरेंडर कर दिया।
पुलिस को संदेह कुछ सफेदपोशों का मिल रहा था संरक्षण
गोरखपुर पुलिस को इसकी जानकारी मिलने पर हड़कंप मच गया और तुरंत ही बेलघाट थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम को देवरिया भेजा गया। अब पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर मानवेंद्र को गोरखपुर लेकर आएगी। हत्या की जांच में पुलिस को संदेह है कि मानवेंद्र को कुछ सफेदपोशों और स्थानीय लोगों का संरक्षण मिल रहा था, जिससे उसे कानूनी मदद भी मिल रही थी। इसी मदद से वह पुलिस के छापे से बचकर सरेंडर करने में सफल रहा।
गैंग्सटर एक्ट के तहत होगी कार्रवाई
पुलिस का कहना है कि आरोपियों की हिस्ट्रीशीट खोली जा रही है और गैंग्सटर एक्ट के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उनकी अवैध संपत्तियों को भी कुर्क किया जाएगा। पुलिस ने पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान की है और मामले की गहराई से जांच जारी है।
अभिषेक सिंह की हत्या के बाद से सोपाई गांव में तनावपूर्ण माहौल है। गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है और आरोपियों के घरों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। उनका परिवार घर छोड़कर फरार हो चुका है। स्थानीय लोग घटना से काफी आक्रोशित हैं और मुख्य आरोपित मानवेंद्र पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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