- नाबालिग से अवैध संबंध के आरोप में लाया गया था, कंबल फाड़कर बनाया फंदा
Adityapur (Jharkhand) : झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले के आदित्यपुर थाना में शुक्रवार को एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जिसने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया। थाने में पूछताछ के लिए लाए गए एक आरोपित ने बंद कमरे के भीतर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान आदित्यपुर के रोड नंबर सात निवासी अनिल महतो (40 वर्ष) के रूप में हुई है, जो पेशे से व्यापारी था और शर्मा मार्केट में अपनी दुकान चलाता था।
मिली जानकारी के अनुसार, अनिल महतो को एक नाबालिग लड़की के साथ अवैध संबंध के एक गंभीर मामले में पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था। इस संबंध में नाबालिग लड़की की मां ने आदित्यपुर थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें अनिल महतो पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। पुलिस इस शिकायत के आधार पर मामले की जांच कर रही थी और पूछताछ के लिए अनिल महतो को थाने लेकर आई थी।
पुलिस पूछताछ के दौरान अनिल महतो को थाने के एक बंद कमरे में रखा गया था। इसी कमरे में, उसने कंबल को फाड़कर उसका फंदा बनाया और पंखे से लटककर अपनी जान ले ली। घटना की जानकारी जैसे ही थाना परिसर में फैली, वहां अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में पुलिसकर्मी अनिल महतो को गंभीर हालत में जमशेदपुर के टाटा मेन अस्पताल (टीएमएच) ले गए, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सरायकेला के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) समीर सेवईया ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतक अनिल महतो का एक नाबालिग लड़की के साथ संबंध था, जिसकी शिकायत लड़की की मां ने थाने में दर्ज कराई थी। एसडीपीओ ने यह भी बताया कि प्रारंभिक जांच में अनिल महतो की संलिप्तता पाई गई थी, जिसके बाद उसे पूछताछ के लिए थाने लाया गया था। उन्होंने बताया कि पूछताछ अभी शुरुआती चरण में ही थी कि आरोपित ने यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
एसडीपीओ समीर सेवईया ने यह भी जानकारी दी कि दूसरी ओर, नाबालिग लड़की भी अपनी सौतेली मां को कथित तौर पर कई दिनों से प्रताड़ित कर रही थी, जिसकी शिकायत पहले भी थाने में दर्ज कराई गई थी। पुलिस इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही थी।
पुलिस ने मृतक अनिल महतो के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, ताकि मौत के सही कारणों का पता चल सके। फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले की गहन जांच में जुटी हुई है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अनिल महतो ने पूछताछ के दौरान आत्महत्या जैसा চরম कदम क्यों उठाया। पुलिस यह भी जांच करेगी कि थाने में पूछताछ के दौरान क्या कोई लापरवाही बरती गई थी।
इस घटना ने आदित्यपुर थाना में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। एक आरोपित का थाने के भीतर ही आत्महत्या कर लेना गंभीर चिंता का विषय है। पुलिस महकमा अब इस बात की जांच कर रहा है कि क्या आरोपित को पर्याप्त सुरक्षा में रखा गया था और क्या आत्महत्या को रोकने के लिए उचित कदम उठाए गए थे।
यह दुखद घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि पुलिस हिरासत में आरोपितों की सुरक्षा सुनिश्चित करना कितना महत्वपूर्ण है। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस को और अधिक सतर्क और संवेदनशील रहने की आवश्यकता है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच पूरी होने के बाद ही इस घटना पर विस्तृत जानकारी दे पाएगी।