Jamshedpur (Jharkhand) : रेल यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। दक्षिण पूर्व रेलवे के आद्रा डिवीजन में चल रहे विकास कार्यों के कारण आगामी सप्ताह में ट्रेनों की आवाजाही में बड़ा बदलाव किया गया है। इस परिवर्तन का सीधा असर टाटानगर सेवा क्षेत्र के यात्रियों पर पड़ने वाला है। रेलवे ने शनिवार को इस संबंध में विस्तृत जानकारी जारी की है, जिसके अनुसार कुछ ट्रेनों को पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है, जबकि कुछ आंशिक रूप से ही अपनी यात्रा पूरी करेंगी। इसके अलावा, कुछ ट्रेनों के मार्गों में भी परिवर्तन किया गया है।
विकास कार्यों के चलते ट्रेनों के परिचालन में बदलाव
रेलवे का कहना है कि इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य रेल सेवाओं को और बेहतर बनाना है, साथ ही यात्रियों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करना है। आद्रा डिवीजन में हो रहे विकास कार्यों के दौरान आसनसोल और आद्रा के बीच चलने वाली मेमू पैसेंजर ट्रेन (MEMU Passenger Train) को 16 जून से लेकर 22 जून तक के लिए पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है।
इन ट्रेनों पर भी पड़ेगा असर
इसी तरह, झारग्राम और धनबाद के बीच चलने वाली झारग्राम-धनबाद-झारग्राम मेमू पैसेंजर ट्रेन भी 16 और 18 जून को रद्द रहेगी। टाटानगर से जुड़ी एक और महत्वपूर्ण मेमू पैसेंजर ट्रेन, जो आमतौर पर आसनसोल और बाराभूम के बीच चलती है, अब अपनी यात्रा आद्रा तक ही सीमित रखेगी। यह व्यवस्था भी 16 जून से 22 जून तक लागू रहेगी, जिसका मतलब है कि यह ट्रेन बाराभूम तक नहीं जाएगी। इसके अलावा, भोजुडीह से चंद्रपुरा के बीच चलने वाली मेमू पैसेंजर ट्रेन को 20 और 22 जून को महुदा तक ही चलाया जाएगा, यानी यह चंद्रपुरा तक नहीं जाएगी।
हटिया जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन का बदला मार्ग
टाटानगर से हटिया के लिए चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेन के मार्ग में भी बदलाव किया गया है। यह ट्रेन 21 और 22 जून को अपने सामान्य मार्ग से न चलकर चांडिल, गुंडा बिहार और मुरी के रास्ते से होते हुए हटिया पहुंचेगी। इस परिवर्तन से टाटानगर से हटिया जाने वाले यात्रियों को थोड़ी असुविधा हो सकती है, लेकिन रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए पूरी तैयारी की है।
टाटानगर स्टेशन बनेगा वर्ल्ड क्लास
इस बीच, टाटानगर स्टेशन पर रेलवे का विकास कार्य तेजी से चल रहा है। स्टेशन को आधुनिक और यात्री-अनुकूल बनाने के लिए प्लेटफॉर्म का विस्तार किया जा रहा है, साथ ही नई इमारतें और अन्य जरूरी सुविधाओं का भी निर्माण हो रहा है। इसके अलावा, स्टेशन के आसपास अतिक्रमण हटाने का अभियान भी चलाया जा रहा है। इन सभी प्रयासों का लक्ष्य टाटानगर स्टेशन को एक विश्व स्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित करना है, जिससे यहां से गुजरने वाली वंदे भारत जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनों का संचालन आसानी से हो सके।