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AI And Human: एआई का उपयोग करने से पहले खुद समझदार बनें : कुलपति

by Yugal Kishor
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  • एलबीएसएम कॉलेज में एआई पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आरंभ

जमशेदपुर : शहर से सटे करनडीह स्थित एलबीएसएम कॉलेज, करनडीह में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार ‘Impact and Challenges of AI in Global Scenario’ का समारोहपूर्व उद्घाटन हुआ। इस अवसर पर कोल्हान विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता ने कहा कि एआई से पहले इंसान को खुद समझदार होना होगा। अगर सही संतुलन नहीं बना तो यह तकनीक हमें विकास की जगह विनाश की ओर ले जा सकती है। उन्होंने कहा कि भारत एक युवा देश है, ऐसे में यह देखना ज़रूरी है कि AI बेरोज़गारी बढ़ाएगा या रोजगार का सृजन करेगा। उन्होंने झारखंड की कला, संस्कृति और सामाजिक विकास में AI की भूमिका की भी वकालत की।

एआई पर सकारात्मक दृष्टिकोण और व्यवहारिक प्रशिक्षण की ज़रूरत

कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अशोक कुमार झा ने कहा कि AI भविष्य के लिए जरूरी तकनीक है, जिसका प्रभाव हर क्षेत्र में पड़ेगा। रिसोर्स पर्सन रोहित आनंद ने इसे एक मल्टीस्किल्ड टेक्नोलॉजी बताया जो मानव की बौद्धिक क्षमताओं की नकल करती है।

टूकॉन रिसर्च एंड डेवलपमेंट के निदेशक केतन मिश्रा ने कहा कि आज AI का व्यापक अध्ययन हो रहा है, लेकिन इसकी बेसिक नॉलेज ग्रामीण स्तर तक पहुंचनी चाहिए। उन्होंने शिक्षकों और छात्रों दोनों के लिए व्यवहारिक प्रशिक्षण की ज़रूरत बताई।

सेमिनार में वैश्विक सहभागिता और समर्पित विमर्श

स्मारिका विमोचन के साथ उद्घाटन सत्र में जर्मनी, अमेरिका, नेपाल और भारत के झारखंड, उत्तर प्रदेश, बंगाल से आए लगभग 300 विद्वान और शोधार्थी शामिल हुए। पहले दिन ही चार तकनीकी सत्रों में 75 से अधिक शोध आलेख प्रस्तुत किए गए। मंच पर डॉ. सबाब आलम, डॉ. अपूर्वा साहा, प्रो. विजय कुमार पीयूष, डॉ. अमर सिंह, डॉ. आर. के. चौधरी सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। संचालन डॉ. मौसमी पॉल और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. विजय प्रकाश ने किया।

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