रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान समाप्त होने के बाद सभी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) को दो स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के तहत स्ट्रांग रूम में सील कर दिया गया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के पहले स्तर की जिम्मेदारी केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों को सौंपी गई है, जबकि दूसरे स्तर की सुरक्षा राज्य सशस्त्र बल के जवानों के अधीन है। मतगणना के दिन सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करते हुए तीन स्तरीय प्रणाली लागू की जाएगी, जिसमें राज्य पुलिस की अतिरिक्त भूमिका होगी।
मतगणना की तैयारियां पूरी
राज्य के सभी 24 जिला मुख्यालयों में मतगणना केंद्र स्थापित किए गए हैं। मतगणना 23 नवंबर की सुबह 8 बजे शुरू होगी। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जाएगी, जिसके बाद 8:30 बजे से EVM के मतों की गिनती शुरू होगी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि पहले राउंड के परिणाम सुबह 9:30 बजे तक आने की संभावना है।
पोस्टल बैलेट के बाद बढ़ेगा मतदान प्रतिशत
दूसरे चरण में कुल मतदान प्रतिशत 68.95 रहा, लेकिन पोस्टल बैलेट की गिनती के बाद यह आंकड़ा और बढ़ने की उम्मीद है। दोनों चरणों का संयुक्त मतदान प्रतिशत फिलहाल 67.74 है। इस बार महिला मतदाताओं ने पुरुषों के मुकाबले अधिक मतदान किया। ग्रामीण क्षेत्रों के मतदाता भी मतदान में शहरों की तुलना में अधिक सक्रिय दिखे।
सुदूर क्षेत्रों में मतदान को बढ़ावा
भारत निर्वाचन आयोग ने इस बार समाज के हाशिए पर खड़े लोगों को भी मतदान प्रक्रिया में शामिल करने पर विशेष ध्यान दिया। सुदूर क्षेत्रों के जंगल और पहाड़ों में रहने वाले लोगों से लेकर कुष्ठ पीड़ितों तक को मतदान के लिए प्रेरित किया गया। जामताड़ा के हांसीपहाड़ी में स्थित स्नेहपुर के कुष्ठ आश्रम में बनाए गए विशेष मतदान केंद्र में सभी 57 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर कार्रवाई
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद अब तक 207 करोड़ रुपये की अवैध नकदी और सामग्री जब्त की गई है। आचार संहिता के उल्लंघन के कुल 100 मामले दर्ज किए गए हैं।
इस चुनाव प्रक्रिया में प्रशासन की सक्रियता और योजना ने मतदाताओं को प्रेरित करने और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई है।
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