Ramgarh (Jharkhand) : बड़कागांव विधानसभा की पूर्व विधायक अंबा प्रसाद के आवास पर हुई प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी समाप्त हो गई है, और पूर्व विधायक ने दावा किया है कि ईडी को वहां से कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। अंबा प्रसाद ने ईडी की इस कार्रवाई को राजनीतिक दबाव बनाने की साजिश करार दिया है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में मिली जिम्मेदारी से विपक्ष परेशान : अंबा
ईडी की छापेमारी के दौरान अंबा प्रसाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के ओबीसी विभाग की सलाहकार परिषद में वरिष्ठ नेताओं के साथ स्थान मिला है। उन्होंने यह भी बताया कि बिहार चुनाव में पार्टी ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है और पश्चिम बंगाल में भी उन्होंने कई राजनीतिक कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभाई है। अंबा प्रसाद ने दावा किया कि उनकी बढ़ती राजनीतिक सक्रियता से विपक्षी दल परेशान हो रहे हैं और इसी कारण ईडी के माध्यम से दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने याद दिलाया कि पिछली बार भी जब उनके घर पर छापेमारी हुई थी, तब चुनाव का समय था और उस समय भी ईडी को कुछ नहीं मिला था। इस बार भी ईडी खाली हाथ ही लौटी है।
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ईडी ने केवल एक घंटे छापेमारी की, बाकी समय इंतजार किया : अंबा प्रसाद
अंबा प्रसाद ने यह भी कहा कि ईडी की टीम ने उनके घर पर केवल एक घंटे तक ही छापेमारी की, जबकि पांच घंटे तक वे सिर्फ बैठकर इंतजार करते रहे और छह घंटे बाद खुद ही वापस चले गए। पूर्व विधायक ने बताया कि उनके पिता, पूर्व मंत्री योगेंद्र साहू, कांग्रेस पार्टी के एक कद्दावर नेता हैं और बड़कागांव में एनटीपीसी का प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद से ही उन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने याद दिलाया कि जब झारखंड में भाजपा की सरकार थी, तब योगेंद्र साहू को जिला बदर तक कर दिया गया था।
एनटीपीसी द्वारा गलत तरीके से भूमि अधिग्रहण का विरोध
अंबा प्रसाद ने वर्तमान में एनटीपीसी द्वारा गलत तरीके से लोगों की जमीन हड़पने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी प्रबंधन प्लांट क्षेत्र का विस्तार करते हुए केरेडारी के उस इलाके में पहुंच गया है, जहां जमीन का अधिग्रहण नहीं किया गया है और वे ग्रामीणों की जमीन पर जबरन कब्जा करना चाहते हैं। अंबा प्रसाद ने बताया कि उस इलाके में उनके पिता योगेंद्र साहू की भी जमीन है, जिसके कारण उन्होंने खुलकर इसका विरोध किया है। उन्होंने साफ कहा है कि जब तक एनटीपीसी भूमि अधिग्रहण का गजट सार्वजनिक रूप से उन्हें नहीं दिखाती है, तब तक वे कंपनी को उस क्षेत्र में काम करने नहीं देंगे।
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कंपनी के काम को लेकर केंद्र सरकार बना रही दबाव : अंबा प्रसाद
पूर्व विधायक अंबा प्रसाद ने संदेह जताया कि शायद कंपनी के काम को लेकर ही केंद्र सरकार एक बार फिर उनके परिवार पर दबाव बनाना चाहती है और यही वजह है कि ईडी की टीम को उनके घर में भेजा गया है। उन्होंने आरकेटीसी कंपनी के साथ अपना और अपने परिवार का नाम जोड़े जाने की खबरों को भ्रामक और तथ्य से परे बताया और कहा कि इस कंपनी से उनका कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने संजीव साहू, मनोज दांगी और पंचम का जिक्र करते हुए कहा कि उन लोगों से भी उन्हें चुनाव में धोखा ही मिला है और अब उनसे उनकी कोई बातचीत नहीं होती है।