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अमृत भारत ट्रेन में दूसरी ट्रेनों के मुकाबले 17% महंगा होगा किराया, जानिए कितना होगा न्यूनतम किराया?

by Rakesh Pandey
Amrit Bharat Train
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स्पेशल डेस्क, नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर, 2023 को अमृत भारत ट्रेन Amrit Bharat Train को हरी झंडी दिखा सकते हैं, जो राम की नगरी अयोध्या से बिहार के दरभंगा जिले के लिए रवाना होगी। रेलवे बोर्ड ने बताया है कि अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन में एक किलोमीटर से लेकर 50 किलोमीटर तक की यात्रा करने के लिए न्यूनतम किराया 35 रुपए देना होगा, जिसमें रिजर्वेशन चार्ज और दूसरे तरह के चार्ज शामिल नहीं हैं। रेलवे बोर्ड ने सभी जोन को सर्कुलर जारी कर अमृत भारत ट्रेन के फेयर स्ट्रक्चर की जानकारी दी है।

इसमें दूरी के स्लैब के साथ फेयर टेबल अटैच है और सेकेंड क्लास और स्लीपर-क्लास का किराया दिया हुआ है। (Amrit Bharat Train) 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी जिस पहली अमृत भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे, उसमें केवल सेकेंड-क्लास और स्लीपर-क्लास के ही कोच हैं। रेलवे बोर्ड ने अबतक एसी-कोच का किराया तय नहीं किया है।

अमृत भारत ट्रेनों का किराया 15 से 17 प्रतिशत अधिक

Amrit Bharat Train

रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि अगर हम इन दो श्रेणियों सेकेंड और स्लीपर के किराए की तुलना वर्तमान में चल रही अन्य मेल या एक्सप्रेस ट्रेनों से करें, तो अमृत भारत का किराया 15 से 17 प्रतिशत अधिक है। सर्कुलर में कहा गया है कि सांसदों, विधायकों, विधान परिषद सदस्यों को जारी रेल यात्रा कूपन (टीआरसी) और स्वतंत्रता सेनानियों के लिए बुकिंग की अनुमति होगी, क्योंकि उनके कूपन का पैसा रेलवे को मिल जाता है। (Amrit Bharat Train) रेलवे बोर्ड ने रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र (क्रिस) से अमृत भारत ट्रेनों और उनके किराए को दर्शाने के लिए सॉफ्टवेयर में आवश्यक बदलाव करने को कहा है।

 Amrit Bharat Train: अमृत भारत ट्रेनों में कुछ खास विशेषताएं

सर्कुलर में कहा गया है कि एलएचबी कोच आधारित पुश-पुल व्यवस्था वाली अमृत भारत ट्रेनों में कुछ विशेष विशेषताएं हैं, जैसे साइड स्लाइडिंग खिड़कियां, कोचों के बीच अर्ध स्थायी कापलर, धूल रहित चौड़ा गलियारा, शौचालयों और विद्युत कक्षों में एयरोसोल-आधारित अग्नि शमन प्रणाली, एक आपातकालीन आपदा प्रबंधन लाइट, फर्श पर यात्रियों को सुविधा के लिए संकेतक, एलडब्ल्यूएस कोचों के लिए बेंच जैसी डिजाइन, आरक्षित और अनारक्षित कोचों (स्लाइडिंग दरवाजों के साथ) अलग करने की व्यवस्था आदि।

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