US illegal immigration: हरियाणा के करनाल से चार एजेंटों के खिलाफ इमिग्रेशन अधिनियम के तहत एक FIR दर्ज की गई है। खबर है कि हाल ही में, अमेरिका से निष्कासित तीन व्यक्तियों ने इन एजेंटों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
हांला कि आरोपियों और शिकायतकर्ताओं की पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। हाल ही में, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संसद में कहा कि अमेरिका से अवैध अप्रवासन के खिलाफ निष्कासन प्रक्रिया काफी समय से चल रही है और यह कोई नई घटना नहीं है। सरकार अमेरिका के साथ सक्रिय रूप से संवाद कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि निर्वासित भारतीयों के साथ कोई बुरा व्यवहार न हो।
भारतीयों के साथ इंसानियत से पेश आएं…
यह बयान उन्होंने उस समय दिया, जब विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर अमृतसर में बुधवार को एक अमेरिकी सैन्य विमान में पहुंचे 104 अवैध भारतीय प्रवासियों के साथ बुरे व्यवहार के आरोप लगाए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई निर्वासितों ने दावा किया कि उन्हें हथकड़ी पहनाकर वापस भेजा गया।
इस मामले में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि “क्या यह आतंकवादियों या उग्रवादियों के साथ व्यवहार करने जैसा है, या यह भारतीयों के साथ इंसानियत से पेश आने का तरीका है?”
एजेंटों के नेटवर्क के खिलाफ हो कार्रवाई
विदेश मंत्री ने संसद में यह दावा करते हुए कहा कि हम अमेरिकी सरकार से बातचीत कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लौटने वाले निर्वासितों के साथ फ्लाइट के दौरान किसी भी तरह का बुरा व्यवहार न हो। उन्होंने यह भी कहा, “यह हमारे सामूहिक हित में है कि हम कानूनी आवागमन को बढ़ावा दें और अवैध प्रवासन को रोकें। भारतीय एजेंसियां अवैध प्रवासन के लिए काम करने वाले एजेंटों के नेटवर्क के खिलाफ निवारक और उदाहरणात्मक कार्रवाई करेगी।
जयशंकर ने संसद में कहा था कि अवैध प्रवासन उद्योग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और कानूनी यात्रियों के लिए वीजा प्रक्रिया को आसान बनाने के कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सभी देशों की जिम्मेदारी है कि वे विदेश में रह रहे अवैध प्रवासियों को वापस लें।

