सेंट्रल डेस्क। शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की। 45 मिनट तक चली इस बैठक के बाद कहा जा रहा है कि नायडू ने आम बजट के पेश होने से पहले वित्त मंत्री के समक्ष आंध्रप्रदेश की इच्छाओं की एक सूची रख दी है।
नायडू ने राज्य से संबंधित लंबित मुद्दों को उठाया
गौरतलब है कि एक फरवरी को 2025-26 का आम बजट पेश होने वाला है। वित्त मंत्री के साथ बैठक के दौरान, नायडू ने विशाखापत्तनम इस्पात संयंत्र को वित्तीय पैकेज की घोषणा करने के लिए सीतारमण को धन्यवाद दिया और पोलावरम सिंचाई परियोजना के कार्यों में तेजी लाने और अमरावती के निर्माण के लिए केंद्र से समर्थन मांगा। साथ ही आगामी केंद्रीय बजट में आंध्र प्रदेश को अधिक धन आवंटित करने का भी निवेदन किया। खबर है कि नायडू ने राज्य से संबंधित लंबित मुद्दों को उठाया और केंद्र से आंध्र प्रदेश को वित्तीय संकट से बाहर निकालने में उदारतापूर्वक सहायता करने का आग्रह किया।
एक्स पर पोस्ट कर दी मुलाकात की जानकारी
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडु ने एक्स पर पोस्ट कर इस मुलाकात की जानकारी दी। अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा, ”आज नई दिल्ली में माननीय केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी से मुलाकात की। विजाग स्टील प्लांट के पुनरुद्धार पैकेज के लिए अपना आभार व्यक्त किया और आंध्र प्रदेश के विकास से संबंधित महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा की, जिसमें पोलावरम और अमरावती शामिल हैं।
विजयवाड़ा हवाई अड्डे पर हुआ जोरदार स्वागत
गुरुवार देर रात दावोस से दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से शिष्टाचार भेंट की। जब नायडू विजयवाड़ा हवाई अड्डे पर पहुंचे, तो वहां एनडीए के नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।
हालांकि, नायडू ने दावोस यात्रा के बारे में वाईएसआरसीपी के गलत प्रचार का असरदार तरीके से जवाब नहीं देने के लिए पार्टी नेताओं पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने विपक्ष के झूठे आख्यानों का खंडन करने के लिए पार्टी नेताओं को सक्रिय होने की आवश्यकता पर जोर दिया। नायडू ने नारा लोकेश को उपमुख्यमंत्री नियुक्त करने की मांग करने वाले पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा दिए गए हालिया बयानों को भी संबोधित किया। उन्होंने कथित तौर पर उन्हें फटकार लगाई, उन्हें इस तरह के बयान देने से बचने की सलाह दी।
गठबंधन एकजुट है, राज्य के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध- चंद्रबाबू नायडू
उन्होंने उन्हें याद दिलाया कि बिजली वितरण के बारे में निर्णय गठबंधन सहयोगियों के साथ गहन परामर्श के बाद लिए गए थे और किसी को भी ऐसी मांग या बयान नहीं देना चाहिए जो गठबंधन के सद्भाव को बाधित कर सकता है। नायडू ने आगे कहा कि इस तरह की टिप्पणियां अनावश्यक रूप से विपक्ष को सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर कलह की अफवाह फैलाने का अवसर देती हैं। चंद्रबाबू नायडू ने इस बात पर जोर दिया कि गठबंधन एकजुट है और राज्य के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और 2029 के चुनावों के बाद भी जारी रहेगा। उन्होंने पार्टी सदस्यों को चेतावनी दी कि अगर वे लोकेश को उपमुख्यमंत्री बनाने की मांग करते रहे तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।