स्पोर्टस डेस्क। भारत की प्रमुख रिकर्व आर्चर दीपिका कुमारी ने विश्व कप फाइनल में अपना पांचवां रजत पदक जीता है। उन्होंने चीन की ली जियामान के खिलाफ फाइनल मुकाबले में 0-6 से हार के बाद यह पदक जीता। दीपिका कुमारी तीन साल बाद विश्व कप फाइनल में वापसी किया है। उनकी बेटी के जन्म के बाद, उन्हें आठ-आर्चर फील्ड में तीसरी वरीयता मिली है। उन्होंने सेमीफाइनल में आसानी से जीत दर्ज की, लेकिन संभवतः गोल्ड मेडल मैच का दबाव उन पर भारी पड़ गया।
दीपिका कुमारी का करियर
दीपिका कुमारी ने विश्व कप फाइनल में नौ बार हिस्सा लिया है और एक ब्रॉन्ज पदक भी जीता है। डोला बनर्जी एकमात्र भारतीय आर्चर हैं जिन्होंने विश्व कप फाइनल में स्वर्ण पदक जीता है। उन्होंने 2007 में दुबई में यह पदक जीता था।
दीपिका कुमारी का फाइनल मुकाबला
दीपिका कुमारी ने सेमीफाइनल में मैक्सिको की एलेजांड्रा वेलेंसिया को हराया, लेकिन फाइनल में उन्हें ली जियामान के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने पहला सेट एक पॉइंट से हारा, और दूसरे सेट में सुधार के बावजूद, ली के फ्लावलेस 30 ने उन्हें 2-0 की बढ़त दिला दी। तीसरे सेट में दीपिका का दूसरा तीर लाल 7-रिंग में लगा, जिससे ली ने तीन ठोस 9s के साथ जीत दर्ज की और स्वर्ण पदक जीत लिया।
दीपिका कुमारी की जीत
दीपिका कुमारी ने सेमीफाइनल में पेरिस ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता वेलेंसिया को 6-4 से हराया। उन्होंने इससे पहले इस साल येचेन विश्व कप में वेलेंसिया के खिलाफ कांस्य पदक की हार का बदला भी लिया।
पुरुष रिकर्व सेक्शन में भारत का प्रदर्शन
पुरुष रिकर्व सेक्शन में, धीरज बोम्मादेवरा ने दक्षिण कोरिया के ली वू सीक के खिलाफ पहले दौर में हार के बाद जल्दी विदाई ले ली। भारतीय आर्चर्स अक्सर उच्च-स्तरीय मुकाबलों में दबाव में आते हैं।