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Arka Jain University: छात्रा अर्चिता मोहंती ने राष्ट्रीय तायक्वोंडो में जीता रजत पदक

by Anand Mishra
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जमशेदपुर : अरका जैन यूनिवर्सिटी की छात्रा अर्चिता मोहंती ने 13वीं राष्ट्रीय सीनियर पूसा तायक्वोंडो चैम्पियनशिप 2024-25 में रजत पदक जीतकर पूरे झारखंड राज्य और विश्वविद्यालय को गौरवान्वित किया है। इस प्रतियोगिता में देशभर से कुल 300 प्रतिभागी शामिल हुए और अर्चिता ने अपनी मेहनत और प्रतिभा से सभी को प्रभावित किया।

हैदराबाद में हुई राष्ट्रीय तायक्वोंडो चैम्पियनशिप

यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता कोटला विजय भास्कर रेड्डी स्टेडियम, हैदराबाद, तेलंगाना में आयोजित की गई, जहां अर्चिता ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी श्रेणी में उपविजेता बनने का कारनामा किया। अर्चिता ने पहले, दूसरे और तीसरे राउंड में अपने विरोधियों को 4, 8 और 6 पॉइंट्स से हराया, जो उनके कड़े संघर्ष और समर्पण का प्रमाण है।

मेहनत व लगन का शानदार परिणाम

अर्चिता की सफलता उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और खेल के प्रति प्रतिबद्धता का शानदार परिणाम है। उन्होंने हर मुकाबले में अपने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर दी और अपनी शानदार खेल कौशल का परिचय दिया। यह उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि से कहीं अधिक है, यह झारखंड और अरका जैन विश्वविद्यालय के लिए गर्व का पल है।

विश्वविद्यालय परिवार ने दी बधाई

अर्चिता के इस ऐतिहासिक रजत पदक पर अरका जैन विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति डॉ. ईश्वरन अय्यर, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. अंगद तिवारी, रजिस्ट्रार डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव और संयुक्त रजिस्ट्रार डॉ. जसबीर सिंह धंजाल ने उन्हें हार्दिक बधाई दी और उनके भविष्य की सफलता की कामना की।

खेल और शिक्षा में उत्कृष्टता की ओर

बताया गया है कि अरका जैन यूनिवर्सिटी हमेशा अपने छात्रों को खेल और शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती है। विश्वविद्यालय में छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण और संसाधन मिलते हैं, जो उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में मदद करते हैं। अर्चिता की यह सफलता विश्वविद्यालय की खेल संस्कृति और अनुशासन की एक और मिसाल है, और यह उम्मीद जताती है कि वह भविष्य में और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगी। अर्चिता की उपलब्धि ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि मेहनत और समर्पण से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। पूरे विश्वविद्यालय परिवार की शुभकामनाएँ उनके साथ हैं, और विश्वास है कि वह भविष्य में तायक्वोंडो के क्षेत्र में और भी बड़े मुकाम हासिल करेंगी।



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