नई दिल्ली : आज के डिजिटल युग में जहां इंटरनेट और स्मार्टफोन ने हमारी जिंदगी को आसान बना दिया है वहीं, इस तकनीकी दुनिया में धोखाधड़ी और ठगी के मामले भी बढ़ गए हैं। फर्जी कॉल्स और मैसेज के जरिए ठग लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि हम सतर्क रहें और ऐसे कॉल्स से बचने के लिए उचित कदम उठाएं।
हाल ही में भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने एक नया नियम लागू किया है, जिसके तहत फर्जी कॉल और मैसेज को कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं। यह नियम 1 अक्टूबर से प्रभावी हो गया है और इसके तहत फर्जी कॉल्स और मैसेज को सीधे नेटवर्क पर ही रोका जाएगा। इसके अलावा, टेलीकॉम कंपनियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी नई तकनीकों का इस्तेमाल कर रही हैं, ताकि इन धोखाधड़ी के मामलों पर काबू पाया जा सके। लेकिन स्कैमर्स भी नए-नए तरीकों से लोगों को धोखा देने के तरीके ढूंढ रहे हैं, जिनमें से एक है इंटरनेट कॉल का उपयोग करना।
अपने व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा करें और कभी भी संदिग्ध कॉल्स का जवाब न दें। जो नंबर आपको संदेहास्पद लगते हैं, उन्हें उठाने से बचें। यदि आप किसी ऐसे कॉल का शिकार होते हैं तो तुरंत उसे रिपोर्ट करें। यही सावधानी आपको और आपके धन को सुरक्षित रख सकती है।
फर्जी कॉल का संकेत : कौन से नंबर करें नजरअंदाज
थाईलैंड टेलीकॉम अथॉरिटी के अनुसार, थाईलैंड में इंटरनेट से कॉल करने वाले नंबर अक्सर +697 या +698 से शुरू होते हैं। ये कॉल्स पहचानना बेहद मुश्किल हो जाता है, और इसी कारण स्कैमर्स इन नंबरों का उपयोग करके लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे हैं। अक्सर ये लोग वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का उपयोग करते हैं, जिससे उनका असली लोकेशन छिपा रहता है और उन्हें पकड़ना और भी कठिन हो जाता है।
स्कैम कॉल्स से कैसे बचें
अगर आपको ऐसे किसी नंबर से कॉल आती है, तो सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि यह कॉल असामान्य है। यदि आप गलती से इन नंबरों में से किसी का जवाब दे भी देते हैं, तो ध्यान रखें कि आप अपना व्यक्तिगत डेटा किसी भी कीमत पर साझा न करें। स्कैमर्स अक्सर यह दावा करते हैं कि वे किसी सरकारी संस्था या बैंक से कॉल कर रहे हैं। यदि वे आपसे कोई जानकारी मांगते हैं, तो उनसे कहें कि आप उन्हें वापस कॉल करेंगे। अगर वे आपको वापस कॉल करने का नंबर नहीं देते हैं, तो समझ जाएं कि यह कॉल स्कैम है।
रिपोर्टिंग का तरीका
यदि आपको कोई फर्जी कॉल या मैसेज मिलता है जो आपको संदेहास्पद लगता है, तो आप उसे रिपोर्ट कर सकते हैं। सरकार ने इसके लिए एक नया पोर्टल, चक्षु पोर्टल, बनाया है। इस पोर्टल पर जाकर आप फर्जी कॉल और मैसेज की शिकायत कर सकते हैं। यह न केवल आपके लिए बल्कि समाज के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे अन्य लोगों को भी इन ठगी के मामलों से बचाने में मदद मिलेगी।