समस्तीपुर: बेंगलुरु में एक प्रमुख AI इंजीनियर के रूप में कार्यरत बिहार के अतुल सुभाष की आत्महत्या ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे देश को गहरे शोक में डाल दिया है। आत्महत्या से पहले अतुल ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उसने अपनी पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए थे। अतुल के अनुसार, उसकी पत्नी ने महिलाओं को मिलने वाले अधिकारों का गलत इस्तेमाल किया, जिसके कारण वह मानसिक रूप से परेशान था और आत्महत्या करने पर मजबूर हो गया।
फिलहाल, इस मामले में अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, उसकी मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जबकि अतुल के पिता पवन कुमार का दिल अब अपने पोते की सलामती को लेकर बेहद परेशान है। उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि उनका पोता कहां है। उन्हें यह भी डर है कि कहीं उनके पोते को नुकसान तो नहीं पहुंचा दिया गया।
निकिता सिंघानिया की गिरफ्तारी
इस दुखद घटना के बाद अतुल के भाई विकास ने 9 दिसंबर को बेंगलुरु के मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद बेंगलुरु पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया को गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही, अतुल की मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया। इस मामले में पुलिस अतुल के ताऊ, सुशील की भी तलाश कर रही है, जो अब तक फरार है।
अतुल के पिता की चिंता और भावनात्मक अपील
अतुल सुभाष के पिता पवन कुमार मोदी ने आरोपियों की गिरफ्तारी पर पुलिस का आभार जताया है, लेकिन वे अब अपनी चिंता और दर्द को लेकर सबसे ज्यादा परेशान हैं। उन्होंने कहा, “हमें बिल्कुल भी जानकारी नहीं है कि हमारी बहू ने हमारे पोते को कहां रखा है। हम यह नहीं जानते कि वह जीवित है या उसे नुकसान पहुंचाया गया है।” पवन कुमार मोदी का कहना था कि एक दादा के लिए उसका पोता बेटे से भी ज्यादा महत्वपूर्ण होता है, और वह अपनी पूरी जिंदगी में इस समय सबसे अधिक चिंता अपने पोते के बारे में कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि निकिता ने पोते के नाम पर उनके खिलाफ एक और मामला दर्ज करवा दिया है, जिससे परिवार की स्थिति और भी जटिल हो गई है।
नेताओं से मदद की अपील
अतुल के पिता ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से अपील की है कि वे इस मामले में दखल दें और सुनिश्चित करें कि उनका पोता सुरक्षित रूप से उनके पास लौटे। पवन कुमार मोदी ने कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि हमारा पोता जल्द ही हमारे पास वापस आए, क्योंकि उसके बिना हमारा जीवन अधूरा है।” उनका यह भी कहना था कि उनका पोता उनके लिए जीवन के सबसे बड़े धरोहर जैसा है और वे किसी भी कीमत पर उसे खोना नहीं चाहते।
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