बेंगलुरु : AI इंजीनियर अतुल सुभाष की खुदकुशी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। मगर मरने से पहले उन्होंने 24 पेज के सुसाइड नोट और करीब डेढ़ घंटे के वीडियो में सुसाइड की जो वजह बताई है, वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है। 34 साल के अतुल ने पत्नी और सास पर पैसों के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। मामले की जांच के लिए जैसे ही बेंगलुरु पुलिस की एक टीम जौनपुर पहुंची, वैसे ही अतुल के ससुराल वाले देर रात अंधेरे में फरार हो हो गए।
बेंगलुरु पुलिस के आने की भनक जैसे ही आरोपी निकिता सिंघानिया की मां निशा और भाई अनुराग को लगी दोनों फरार हो गए। देर रात बाइक पर सवार होकर दोनों के भागने का वीडियो भी सामने ही आया है। मां निशा के बाद भाई अनुराग सिंघानिया भी बाइक से भागते नजर आए हैं।
बाइक से भागते नजर आए अतुल की सास और साला
जो वीडियो सामने आया है उसमें निकिता की मां सर्दी की वजह से शॉल ओढ़े नजर आ रही है, तो वहीं उसका भाई स्वेटर पहने दिख रहा है। निकिता की मां और भाई घर से चुपके से भागते हुए दिखाई दे रहे हैं। बैंगलोर पुलिस के डर से देर रात घर में ताला लगाकर अतुल के ससुराल वाले फरार हो गए। गली से भागते हुआ उनका वीडियो कैमरा में कैद हो गया, जो अब वायरल हो रहा है।
निकिता सिंघानिया के मायका में लटका ताला
बता दें कि जौनपुर नगर कोतवाली की खोवा मंडी में निकिता सिंघानिया का मायका है। मृतक अतुल के भाई ने उसकी पत्नी और ससुराल वालों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। इसी सिलसिले में बेंगलुरु पुलिस उत्तर प्रदेश के जौनपुर पहुंची है। पुलिस अतुल सुभाष के ससुराल वालों से पूछताछ करने वाली थी, मगर देर रात अंधरे में फरार हो गए।
सुसाइड नोट में बताया मेरी मौत का जिम्मेदार कौन?
सुसाइड करने से पहले लिखे गए नोट और वीडियो में अतुल ने अपनी मौत का जिम्मेदार अपने ससुराल वालों को बताया है। अतुल ने सुसाइड से पहले बनाए वीडियो में बताया कि मेरी मौत की जिम्मेदार मेरी पत्नी निकिता सिंघानिया, साला अनुराग सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, चचेरा ससुर सुशील सिंघानिया हैं। अतुल ने वीडियो में आगे बताया कि उसके ससुराल वालों ने उससे पैसे हड़पने के लिए उसकी पत्नी के साथ मिलकर बहुत बड़ी साजिश रची थी। उन लोगों ने मिलकर अतुल के परिवार को पहले दहेज और घरेलू हिंसा सहित कई मामलों में फंसाया और फिर अतुल पर भी कई झूठे मुकदमे में फंसाया। इस वीडियो को देखकर ये सीख मिल सकती है कि कोई भी लड़की देश की कानून व्यवस्था का इस्तेमाल कर कैसे किसी परिवार को बर्बाद कर सकती है।
न्याय ना मिले तो कोर्ट के बाहर नाले में बहा देना अस्थियां
पुलिस के मुताबिक, अतुल सुभाष ने अपने घर में एक तख्ती लटका रखी थी, जिस पर लिखा था, ‘न्याय मिलना बाकी है।’ सुसाइड से पहले अतुल सुभाष ने अलमारी पर एक लिस्ट चिपकाई थी। इसमें सुसाइड नोट कहां है। कार की चाबियां कहां मिलेंगी। अलमारी की चाबी कहां रखी है। ऑफिस में कौन से काम कर लिए गए हैं और कौन से असाइमेंट बाकी हैं… इन सभी का जिक्र था। उन्होंने ये भी कहा कि उनकी पत्नी और ससुराल पक्ष से किसी को भी उनकी लाश के पास आने की परमिशन न दी जाए। जब तक कि उनके गुनाहगारों को सजा नहीं मिल जाती, तब तक उनका अस्थि विसर्जन न किया जाए। न्याय की मांग करते हुए अपने परिजनों से कहा कि अगर उनका उत्पीड़न करने वालो को सजा नहीं मिलती तो मेरी अस्थियों को अदालत के बाहर नाले में बहा देना।