स्पोर्ट्स डेस्क : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड ओवल में खेले गए दूसरे टेस्ट में भारत को 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए महज 19 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे उसने आसानी से तीसरे दिन के पहले सत्र में हासिल कर लिया। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली है। अब दोनों टीमों के बीच तीसरा टेस्ट 14 दिसंबर से ब्रिस्बेन में खेला जाएगा।
भारत की हार
भारत की दूसरी पारी बेहद निराशाजनक रही, जिसमें पूरी टीम केवल 175 रन ही बना सकी। इससे पहले, भारत ने अपनी पहली पारी में केवल 180 रन बनाकर सिमट गई थी। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 337 रन बनाए थे, जिससे भारत को 157 रनों की पिछड़ से सामना करना पड़ा। इस बड़े अंतर ने भारत के लिए मैच में वापसी की राह को और भी कठिन बना दिया।
भारतीय बल्लेबाजों का संघर्ष
दूसरी पारी में भारत की शुरुआत खराब रही और टीम ने 12 रन के स्कोर पर ही केएल राहुल का विकेट गंवा दिया। राहुल को पैट कमिंस ने एलेक्स कैरी के हाथों कैच कराया। इसके बाद यशस्वी जायसवाल (24 रन) और विराट कोहली (11 रन) भी जल्दी आउट हो गए। शुभमन गिल ने कुछ संघर्ष किया, लेकिन मिचेल स्टार्क ने उनका मिडिल स्टम्प उड़ा दिया। कप्तान रोहित शर्मा भी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे और पैट कमिंस की गेंद पर बोल्ड हो गए।
तीसरे दिन भारतीय टीम को बड़ा झटका तब लगा, जब ऋषभ पंत (28) को मिचेल स्टार्क ने कैच आउट कराया। इसके बाद कमिंस ने भारत को दो तगड़े झटके दिए, आर. अश्विन और हर्षित राणा को सस्ते में आउट कर दिया। नीतीश रेड्डी ने जरूर कुछ अच्छे शॉट खेले और 42 रन बनाकर भारत के लिए सर्वोच्च स्कोर किया, लेकिन वह भी जल्द आउट हो गए। अंत में मोहम्मद सिराज (7) भी बोलैंड का शिकार बन गए। ऑस्ट्रेलिया की ओर से पैट कमिंस ने सबसे ज्यादा पांच विकेट लिए, जबकि मिचेल स्टार्क और स्कॉट बोलैंड को दो-दो विकेट मिले।
ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी
भारत द्वारा दिए गए 180 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 337 रन बनाकर भारतीय टीम पर दबाव डाला। ट्रेविस हेड ने शानदार शतक लगाया और 140 रन बनाए, जबकि मार्नस लाबुशेन ने भी 64 रन की अहम पारी खेली। भारत के लिए बुमराह और सिराज ने चार-चार विकेट लिए, जबकि अश्विन और रेड्डी को एक-एक विकेट मिला।
भारत की पहली पारी
भारत ने अपनी पहली पारी में सिर्फ 180 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया के सामने काफी बड़ी चुनौती पेश की। नीतीश रेड्डी ने सर्वाधिक 42 रन बनाए, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन के कारण टीम को जल्दी ही ऑलआउट कर दिया। मिचेल स्टार्क ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 6 विकेट लिए और भारतीय बल्लेबाजों को संघर्ष करने पर मजबूर किया। कोहली और रोहित शर्मा जैसे बड़े नाम फ्लॉप रहे, जो भारतीय टीम के लिए निराशाजनक साबित हुए।
भारत की पिछली सफलता
भारत ने पर्थ में पहले टेस्ट में 295 रनों से शानदार जीत दर्ज की थी और सीरीज में 1-0 से बढ़त बनाई थी। अब इस हार के बाद सीरीज 1-1 से बराबरी पर पहुंच गई है। हालांकि, भारत के पास अब ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने का मौका है, क्योंकि पिछले दो दौरों पर भारतीय टीम ने कंगारू टीम को उसकी ही धरती पर हराया है।
सीरीज का आगामी मैच
अब दोनों टीमों के बीच तीसरा टेस्ट 14 दिसंबर से ब्रिस्बेन में खेला जाएगा। भारत के लिए यह मैच बेहद महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि एक और हार उन्हें सीरीज में पिछड़ने का खतरा पैदा कर सकती है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया का टेस्ट रिकॉर्ड
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कुल 28 टेस्ट सीरीज में से दोनों टीमों ने 11-11 बार सीरीज जीती है। ऑस्ट्रेलिया में भारत की टेस्ट सीरीज जीत का रिकॉर्ड अब तक बहुत अच्छा नहीं रहा है, लेकिन अब भारत के पास तीसरी बार सीरीज जीतने का मौका है।
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