नई दिल्ली: टाटा समूह द्वारा संचालित एयर इंडिया एक बार फिर अपनी खराब सेवाओं और बदइंतजामी के कारण आलोचनाओं की शिकार हुई है। इस बार यह कंपनी न सिर्फ आम यात्रियों की आलोचना का सामना कर रही है, बल्कि हाई प्रोफाइल व्यक्तियों ने भी इसके संचालन पर सवाल उठाए हैं। ताजा मामला ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेविड वार्नर का है, जिन्होंने एयर इंडिया की फ्लाइट में एक अजीब स्थिति का सामना किया।
क्रिकेटर डेविड वार्नर का अनुभव:
शनिवार को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेविड वार्नर को एयर इंडिया की फ्लाइट में एक गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा। वार्नर विमान में सवार हो गए थे, लेकिन विमान में पायलट नहीं थे। उन्हें घंटों तक विमान में ही इंतजार करना पड़ा। एयरलाइन ने इसके कारण के बारे में बताया कि बेंगलुरु हवाई अड्डे पर खराब मौसम की वजह से विमान के चालक दल के सदस्य समय पर नहीं पहुंच सके।
विमान में नहीं थे पायलट, यात्रियों को चढ़ने देने पर सवाल
पायलट को लेकर एयलाइन की ओर से दिया गया जवाब भी सवालों के घेरे में आ गया, क्योंकि अगर विमान के पायलट उपलब्ध नहीं थे, तो यात्रियों को चढ़ने क्यों दिया गया था? डेविड वार्नर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस घटना पर अपनी निराशा जाहिर करते हुए कहा, “हम बिना पायलट के विमान में सवार हो गए थे और घंटों तक इंतजार किया। जब आपके पास उड़ान के लिए पायलट नहीं हैं, तो यात्रियों को क्यों चढ़ने दिया गया?”
सुप्रिया सुले ने की आलोचना:
यह घटना केवल डेविड वार्नर तक ही सीमित नहीं रही। कुछ घंटों पहले, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की सांसद सुप्रिया सुले ने भी एयर इंडिया की सेवाओं की आलोचना की थी। उन्होंने एयर इंडिया की लगातार लेट हो रही फ्लाइट्स और खराब सेवाओं पर नाराजगी जताई थी। उनका कहना था कि एयर इंडिया के संचालन में गंभीर खामियां हैं, जो यात्रियों के अनुभव को प्रभावित करती हैं। सुप्रिया सुले की आलोचना भी इस बात का प्रमाण है कि एयर इंडिया के संचालन और यात्रा प्रबंधन में अब तक सुधार नहीं हो पाया है।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने भी की थी शिकायत:
यह पहली बार नहीं है जब एयर इंडिया को इस तरह की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा हो। कुछ दिनों पहले ही केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी एयर इंडिया की शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि एयर इंडिया के विमान में टूटी हुई सीट मिली थी, जो यात्रियों के लिए असुविधाजनक साबित हुई। इन घटनाओं से साफ पता चलता है कि एयर इंडिया को अपनी सेवाओं में सुधार की आवश्यकता है, जो वर्तमान में यात्रियों के लिए न केवल असुविधाजनक बल्कि असुरक्षित भी साबित हो रही है।
एयर इंडिया की बढ़ती समस्याएं:
एयर इंडिया के खिलाफ यह लगातार बढ़ती आलोचनाएं यह दर्शाती हैं कि एयरलाइन को अपनी सेवाओं और संचालन में सुधार की जरूरत है। चाहे वह विमान में पायलट की कमी हो या टूटी सीटों की समस्या, इन सभी घटनाओं ने एयर इंडिया की छवि को धूमिल किया है। ऐसे में यात्रियों का विश्वास इस एयरलाइन पर सवाल उठाने लगा है, खासकर जब यह एयरलाइन हाई प्रोफाइल व्यक्तियों के लिए भी असुविधा का कारण बन रही है।