रांची : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर झारखंड की हेमंत सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राज्य में आदिवासियों का संघर्ष सिरमटोली फ्लाईओवर रैंप निर्माण के खिलाफ जारी है, लेकिन इस मुद्दे का अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला है। मरांडी ने यह भी कहा कि आदिवासी समाज लंबे समय से इस आंदोलन में लगा हुआ है, लेकिन राज्य सरकार ने इस दिशा में कोई प्रभावी पहल नहीं की है।
सरना स्थल की रक्षा की अपील
बाबूलाल मरांडी ने इस मुद्दे के संदर्भ में सरना स्थल को लेकर अपनी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सरना स्थल आदिवासियों की आस्था, संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है, जिसे हर आदिवासी के लिए संरक्षित रखना अनिवार्य है। लेकिन राज्य सरकार ने आदिवासियों की आवाज को अनसुना कर दिया है, जिससे समाज में गहरा आक्रोश उत्पन्न हुआ है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर हमला
बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उम्मीद जताई थी कि वे आदिवासियों की समस्याओं को समझेंगे और आंदोलनकारियों से संवाद करेंगे। लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की निष्क्रियता यह दर्शाती है कि हेमंत सरकार आदिवासियों की समस्याओं को हल करने के लिए इच्छुक नहीं है। मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से यह उम्मीद थी कि वे सरना स्थल की रक्षा में पहल करेंगे, लेकिन उनकी चुप्पी से यह साबित हो गया कि वे आदिवासी समाज की भावनाओं को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं।
सरहुल पर्व पर विरोध का स्पष्ट संदेश
मरांडी ने यह भी कहा कि सरहुल पर्व के अवसर पर आदिवासी समाज का मुख्यमंत्री के खिलाफ विरोध यह स्पष्ट संकेत है कि यह सरकार अबुआ सरकार नहीं, बल्कि अहंकारी सरकार बन चुकी है। यह सरकार अपने ही लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम कर रही है और उनके अधिकारों की रक्षा में असफल रही है।