RANCHI: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर बड़ा आरोप लगाते हुए उन्हें झारखंड में हुए डीएमएफटी फंड घोटाले का सरगना बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस फंड को अपना एटीएम कार्ड बना लिया है और अधिकारियों के माध्यम से धन की लूट करवा रहे हैं। रांची में भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री की तिजोरी में लूट का पैसा सीधे जा रहा है। उन्होंने मांग की कि अगर मुख्यमंत्री खुद को निर्दोष मानते हैं तो उन्हें डीएमएफटी घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा करनी चाहिए। मौके पर मीडिया प्रभारी योगेंद्र प्रताप सिंह और अशोक बड़ाइक भी मौजूद थे।
फंड के दुरुपयोग का दिया हवाला
उन्होंने बोकारो जिले में डीएमएफटी फंड के दुरुपयोग का हवाला देते हुए बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 और 2025-26 के लिए जिले को 631 करोड़ रुपये का फंड मिला था। इस राशि का उपयोग जेनरेटर, डिजिटल मैट्स, टैब, हाई मास्ट लाइट, एलईडी वैन, वाल पेंटिंग, मॉड्यूलर किचन, सौर ऊर्जा पंपसेट जैसी योजनाओं में किया जाना था, लेकिन यह फंड लूट लिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सभी योजनाओं में मनमानी तरीके से बार-बार निविदाएं निकाली गईं और बाजार दर से 10 गुना अधिक मूल्य पर सामानों की आपूर्ति दर्शाई गई। यह घोटाला केवल एक अधिकारी के स्तर पर नहीं हो सकता, इसके पीछे मुख्यमंत्री का इशारा है।
सरकार की एजेंसियों से जांच की उम्मीद नहीं
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की एजेंसियों से जांच की कोई उम्मीद नहीं की जा सकती, क्योंकि सरकार स्वयं इस घोटाले में शामिल है। इसलिए केवल सीबीआई ही इस मामले की निष्पक्ष जांच कर सकती है। बाबूलाल मरांडी ने यह भी बताया कि सामाजिक संगठनों को सूचना मांगने पर धमकाया जा रहा है, लेकिन भाजपा उनके साथ खड़ी है। उन्होंने चेतावनी दी कि भाजपा सड़क से लेकर सदन तक इस घोटाले को उजागर करेगी और राज्य सरकार को सीबीआई जांच के लिए बाध्य करेगी।
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