रांची : झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य की हेमंत सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट कर सरकार की स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलते हुए आरोपों की झड़ी लगा दी।
108 एम्बुलेंस सेवा हुई ठप, मरीज बेहाल
मरांडी ने कहा कि राज्य में 108 एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह से चरमराई हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि बोकारो और गिरिडीह जिलों में वेतन नहीं मिलने के कारण एम्बुलेंस कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई हैं। मरीजों को मजबूरी में निजी एम्बुलेंस चालकों को मनमानी राशि देनी पड़ रही है या अपने साधनों से अस्पताल पहुंचना पड़ रहा है।
नया MoU बना विवाद का कारण
मरांडी ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग के मंत्री ने पुराने एमओयू को निरस्त कर एम्बुलेंस सेवा का जिम्मा “सम्मान फाउंडेशन” नामक संस्था को सौंप दिया, जो उनके करीबी लोगों की संस्था है। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से तत्काल हस्तक्षेप कर वेतन भुगतान सुनिश्चित करने और लापरवाह एजेंसी पर कार्रवाई की मांग की है।
मरांडी का आरोप-शिक्षा व्यवस्था भाड़े पर
मरांडी ने कहा कि झारखंड की शिक्षा व्यवस्था भी बर्बादी के कगार पर पहुंच चुकी है ।उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि हज़ारों स्थायी शिक्षकों के पद खत्म कर दिए गए हैं और अब विद्यालयों में “भाड़े पर शिक्षक” रखकर काम चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “यह सरकार शिक्षा को गर्त में धकेलने और छात्रों के भविष्य से क्रूर मज़ाक करने का पाप कर रही है।”
शराब घोटाले पर भी साधा निशाना
बाबूलाल मरांडी ने छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से भी हेमंत सरकार को जोड़ा और कहा कि 450 करोड़ रुपये के घोटाले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की संलिप्तता सामने आ चुकी है। उन्होंने दावा किया कि छत्तीसगढ़ के शराब माफिया ने झारखंड में अपना नेटवर्क फैला लिया है, और इसके लिए झामुमो-कांग्रेस विधायकों के रायपुर दौरे की व्यवस्था उन्हीं घोटालेबाजों ने की थी।
CBI जांच से होंगे कई चेहरे बेनकाब
मरांडी ने दावा किया कि सीबीआई जल्द ही इस घोटाले में शामिल भ्रष्ट अधिकारियों और नेताओं का चेहरा उजागर करेगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हेमंत सरकार ने सत्ता का दुरुपयोग करते हुए अपने करीबी भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने की कोशिश की है।