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बांका DM ने CO को चप्पल पहनकर ऑफिस पहुंचने पर लगाई फटकार, कई सुधार के आदेश दिए

by Rakesh Pandey
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बांका: बिहार के बांका जिले के जिलाधिकारी (डीएम) अंशुल कुमार ने गुरुवार को धोरैया प्रखंड के सरकारी कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया, जिसमें कई अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई। विशेष रूप से, जब डीएम ने धोरैया प्रखंड के अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया, तो कार्यालय में कई कर्मचारी अनुपस्थित मिले और सीओ (सर्कल ऑफिसर) श्रीनिवास कुमार सिंह भी निर्धारित समय पर नहीं पहुंचे। इसके साथ ही, चप्पल पहनकर कार्यालय पहुंचे सीओ को देखकर डीएम का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने सीओ को जमकर फटकार लगाई।

लेट आना और चप्पल पहनकर ऑफिस में आना, डीएम के लिए अस्वीकार्य

धोरैया अंचल कार्यालय में निरीक्षण के दौरान, डीएम अंशुल कुमार को पता चला कि सीओ श्रीनिवास कुमार सिंह सात मिनट की देरी से कार्यालय पहुंचे। इससे भी अधिक चौंकाने वाली बात यह थी कि सीओ चप्पल पहनकर कार्यालय में पहुंचे थे, जो एक सरकारी अधिकारी के लिए बहुत ही अव्यावसायिक और अनुशासनहीनता का प्रतीक था। डीएम ने तुरंत गुस्से में आकर सीओ को फटकार लगाई और उनके आचरण में सुधार लाने की सख्त चेतावनी दी।

इसके बाद, डीएम ने कार्यालय के बायोमेट्रिक हाजिरी को चेक किया और अनुपस्थित कर्मचारियों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, कार्यालय में साफ-सफाई की स्थिति पर भी नाराजगी जताते हुए डीएम ने संबंधित अधिकारियों को सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने सीओ से यह भी पूछा कि समय की पाबंदी और कार्यालय की स्वच्छता जैसे बुनियादी नियमों पर ध्यान क्यों नहीं दिया जा रहा।

कार्यालय की साफ-सफाई और अन्य सुविधाओं में सुधार की जरूरत

डीएम ने धोरैया प्रखंड के अंचल कार्यालय की साफ-सफाई की स्थिति को लेकर भी खासी नाराजगी जताई। उन्होंने देखा कि शौचालय और कार्यालय परिसर की साफ-सफाई की स्थिति संतोषजनक नहीं थी। इस पर डीएम ने बीडीओ राजेश कुमार को इस मामले में सुधार लाने और अधिक ध्यान देने की सख्त चेतावनी दी। इसके साथ ही, उन्होंने प्रखंड कार्यालय के जर्जर भवन को हटाने और सूखी लकड़ियों की नीलामी करने का आदेश दिया, ताकि भवन की स्थिति में सुधार किया जा सके और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

जीविका और अन्य कार्यालयों की स्थिति भी दयनीय

डीएम ने जीविका कार्यालय का भी निरीक्षण किया, लेकिन वहां कोई कर्मचारी उपस्थित नहीं मिला। इस पर उन्होंने डीपीएम को कड़ी चेतावनी दी कि अगर ऐसा बार-बार हुआ तो किराए के मकान में चल रहे कार्यालय को प्रखंड में स्थानांतरित किया जाएगा। साथ ही, आपूर्ति कार्यालय का भी निरीक्षण करते हुए डीएम ने एमओ से आधार सीडिंग की जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति पर भी चिंता जताई

डीएम अंशुल कुमार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भी निरीक्षण किया, जहां उन्होंने साफ-सफाई की स्थिति और प्रसव की कम संख्या पर चिंता जताई। उन्होंने स्वास्थ्य प्रबंधक अवधकिशोर श्यामला को प्रसव कक्ष के मरम्मत कार्य को जल्द पूरा करने और प्रसव की संख्या बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, एम्बुलेंस की स्थिति का जायजा लिया और उसकी कार्यप्रणाली में सुधार करने की सलाह दी।

डीएम के आदेशों का उद्देश्य प्रशासनिक सुधार

डीएम अंशुल कुमार के इस औचक निरीक्षण और उनके द्वारा दिए गए आदेशों का मुख्य उद्देश्य सरकारी कार्यालयों में अनुशासन और सुधार लाना था। डीएम ने स्पष्ट रूप से यह संदेश दिया कि प्रशासन में समय की पाबंदी, स्वच्छता और काम के प्रति गंभीरता बेहद महत्वपूर्ण है। अधिकारियों को जिम्मेदार बनाते हुए उन्होंने सभी संबंधित विभागों को सुधार के लिए कड़ी चेतावनी दी।

इस निरीक्षण के दौरान डीएम ने स्पष्ट कर दिया कि वे इस तरह के औचक निरीक्षणों के माध्यम से प्रशासन में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने अधिकारियों से यह भी आग्रह किया कि वे जनता की सेवा में निरंतर सुधार लाने के लिए अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाएं।

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