सेंट्रल डेस्क : सीरिया में विद्रोहियों ने 8 दिसंबर 2024 को ऐतिहासिक विजय हासिल करते हुए राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया है। विद्रोहियों ने राजधानी के प्रमुख स्थानों और सरकारी भवनों पर नियंत्रण स्थापित कर राष्ट्रपति बशर अल-असद के तानाशाही शासन का 24 साल बाद अंत कर दिया है। विद्रोहियों ने सीरिया के रक्षा मंत्रालय और पब्लिक रेडियो-टीवी बिल्डिंग पर भी कब्जा कर लिया, जो एक प्रतीकात्मक कदम था, क्योंकि इन स्थानों से ही उन्होंने नई सरकार की घोषणा की।
सीरिया की सेना के उच्च कमांडरों ने औपचारिक रूप से घोषणा की है कि अब सीरिया बशर अल-असद से मुक्त हो गया है और नए युग की शुरुआत हो रही है। विद्रोहियों की इस सफलता ने देशभर में जश्न का माहौल बना दिया है। दमिश्क के प्रमुख चौक और चौराहों पर लोग सड़कों पर निकलकर ‘आजादी’ के नारे लगा रहे हैं और इस ऐतिहासिक पल का स्वागत कर रहे हैं।
असद के खिलाफ विद्रोह का इतिहास
यह पहली बार नहीं है जब सीरिया में इस प्रकार का विद्रोह हुआ हो। 1950 और 60 के दशकों में भी सीरिया में तख्तापलट हुए थे, जब सेना ने पहले रेडियो-टीवी बिल्डिंग पर कब्जा किया और फिर नई सरकार की घोषणा की। अब, हयात तहरीर अल-शाम (HTS) विद्रोही समूह ने इसी पैटर्न का पालन करते हुए सत्ता पर कब्जा किया और असद का शासन समाप्त किया।
50 साल बाद बाथ पार्टी का अंत
बशर अल-असद के पिता, हाफिज अल-असद, ने 50 साल पहले रक्तपात के बाद सीरिया में सत्ता हासिल की थी और बाथ पार्टी ने देश पर अपना कब्जा बनाए रखा। विद्रोहियों ने इस मौके पर बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि “50 वर्षों के उत्पीड़न और अत्याचार के बाद, आज 8 दिसंबर 2024 को सीरिया में बाथिस्ट शासन का अंत हो रहा है और एक नए युग की शुरुआत हो रही है”।
बशर अल-असद का अज्ञात ठिकाना
रिपोर्ट्स के अनुसार, बशर अल-असद राजधानी दमिश्क छोड़कर किसी अज्ञात स्थान पर पहुंच गए हैं। उनकी अंतिम स्थिति के बारे में कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह कहा जा रहा है कि उन्होंने किसी विशेष विमान से दमिश्क से भागने का फैसला किया। इससे पहले, सीरियाई सरकार ने इन अफवाहों का खंडन किया था कि असद भाग गए हैं, लेकिन वे पिछले कुछ दिनों से सार्वजनिक रूप से कहीं नहीं दिखे हैं।
सीरियाई सेना का बिना प्रतिरोध के दमिश्क छोड़ना
जब एचटीएस विद्रोही समूह ने दमिश्क में प्रवेश किया, तो राजधानी में अफरातफरी मच गई। असद के समर्थक एयरपोर्ट पर जुटने लगे, जहां से वे देश छोड़ने की कोशिश कर रहे थे। दिलचस्प बात यह है कि विद्रोहियों को सीरियाई सेना से ज्यादा प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ा। होम्स और अन्य प्रमुख शहरों पर भी विद्रोहियों ने बिना ज्यादा संघर्ष के कब्जा कर लिया था। राजधानी में विद्रोही 24 घंटे से भी कम समय में तोपों और भारी हथियारों के साथ पहुंच गए।
राजधानी में सुधार : जेलों से कैदियों की रिहाई
विद्रोहियों ने दमिश्क में घुसते ही सेडनया जेल से सैकड़ों राजनीतिक बंदियों को रिहा कर दिया। विद्रोही कमांडरों ने ऐलान किया, ‘सेडनया जेल में अत्याचार के युग का अंत हो चुका है’, क्योंकि यह जेल सीरिया में मानवाधिकारों का उल्लंघन और राजनीतिक विरोधियों को प्रताड़ित करने के लिए कुख्यात रही है।
10 दिनों में सीरिया में बदलाव
पिछले 10 दिनों में विद्रोही समूहों ने अलेप्पो, हामा और होम्स जैसे महत्वपूर्ण शहरों पर भी कब्जा कर लिया और सीरियाई सेना ने इन क्षेत्रों में बिना कोई बड़ी लड़ाई लड़े आत्मसमर्पण कर दिया। विद्रोहियों ने इन शहरों पर अपनी विजय के बाद दमिश्क की ओर बढ़ना शुरू किया और अब राजधानी में उनकी सत्ता स्थापित हो चुकी है।
नए युग की शुरुआत
सीरिया में बशर अल-असद के शासन का अंत एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जो सीरिया के नागरिक संघर्ष और इसके शासकीय इतिहास को एक नया दिशा दे सकता है। अब यह देखना होगा कि विद्रोही नेता इस नई सरकार को कैसे स्थापित करते हैं और सीरिया के भविष्य को लेकर क्या कदम उठाते हैं।
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