भागलपुर: बिहार के भागलपुर जिले में शुक्रवार की रात एक खौफनाक वारदात हुई, जिसने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। यहां एक मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक पर ऐसी सनक सवार हुई कि उसने दो लोगों की हत्या कर दी। इस घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने उसे (विक्षिप्त को) पीट-पीटकर मार डाला। इस घटना में तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं, जिससे इलाके में तनाव का माहौल है।
मानसिक विक्षिप्तता का खूनी खेल:
जानकारी के अनुसार, नाथनगर थाना क्षेत्र के मकदपुर गांव में रहने वाला छोटू कुमार (36) नामक युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त था। शुक्रवार की रात उसने अचानक हिंसक रूप धारण कर लिया और गांव के लोगों पर लोहे के रॉड से हमला करना शुरू कर दिया। सबसे पहले उसने अपने चाचा किसान राजीव राय (60) की गला रेतकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने जयप्रकाश राय नामक एक अन्य व्यक्ति पर हमला किया। गंभीर रूप से घायल जयप्रकाश राय की भी इलाज के दौरान मौत हो गई।
आक्रोश में आए ग्रामीणा ने बुरी तरह पीटा:
इस घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया। जब ग्रामीणों को छोटू कुमार की सनक का पता चला, तो उन्होंने उसे पकड़ लिया और बुरी तरह पीटा। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने घायल आरोपी को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। इस तरह इस खूनी तांडव में कुल तीन लोगों की जान चली गई।
पुलिस ने शुरू की जांच, गांव में तनाव
घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी-2 राकेश कुमार, नाथनगर थाना पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। डीएसपी टू राकेश कुमार ने बताया कि आरोपी छोटू कुमार बीते पांच वर्षों से मानसिक रूप से बीमार था। फिलहाल गांव में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले की गहन जांच जारी है। घटना की जानकारी के बाद एसएसपी भी मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सूचना मिली थी। पुलिस इस मामले में छानबीन कर रही है। कुछ घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
सदमे में ग्रामीण, पसरा मातमी सन्नाटा
इस हृदयविदारक घटना से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीण इस घटना से सदमे में हैं। गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। पुलिस लगातार कैंप कर रही है।
शांत रहता था छोटू, अचानक हो गया हिंसक:
स्थानीय लोगों के मुताबिक, छोटू कुमार पिछले कुछ सालों से मानसिक बीमारी से जूझ रहा था। उसका इलाज भी चल रहा था, लेकिन शुक्रवार की रात उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई और उसने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। ग्रामीणों का कहना है कि छोटू कुमार एक शांत स्वभाव का व्यक्ति था और किसी से उसकी कोई दुश्मनी नहीं थी। लेकिन मानसिक बीमारी के कारण वह अचानक हिंसक हो गया और उसने दो लोगों की जान ले ली।
घटना से उठ रहे कई सवाल
यह घटना समाज के लिए एक गंभीर सवाल खड़ा करती है। मानसिक बीमारियों से जूझ रहे लोगों के इलाज और पुनर्वास के लिए क्या पर्याप्त व्यवस्था है? क्या ऐसे लोगों को समाज में सुरक्षित महसूस कराने के लिए कोई ठोस कदम उठाए गए हैं?