नई दिल्ली : मध्य प्रदेश में अब नक्सलियों पर नकेल कसने के लिए, स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) का गठन किया गया है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाना, जांच और ऑपरेशन करना, इसका मुख्य उद्देश्य है। अन्य नक्सल प्रभावित राज्यों में भी इस प्रकार की जांच एजेंसी गठित की गई है। इसके माध्यम से देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई की जा सकेगी। आईजी स्तर के अधिकारी को इसका चीफ बनाया गया है।
NIA की तरह ही काम करेगी SIA
मध्य प्रदेश में नक्सलियों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) का गठन किया गया है। SIA केंद्र द्वारा गठित वर्तमान नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ( NIA) की तरह ही काम करेगी। नक्सल प्रभावित अन्य राज्यों में भी इसी तरह की जांच एजेंसी का गठन किया गया है। इसमें देश विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों की पता लगाकर कार्रवाई की जाएगी।
तीन राज्यों में हो चुका है SIA का गठन
पुलिस मुख्यालय की सीआईडी ब्रांच के आईजी स्तर के अधिकारी को SIA का प्रमुख बनाया गया है। SIA भी NIA की तर्ज पर ही काम करेगी। केंद्र सरकार के निर्देश पर महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश जैसे नक्सल प्रभावित राज्यों में SIA का गठन किया जा चुका है। इन तीनों राज्यों को संयुक्त रूप से एक जोन (एमएमसी) बनाया गया है। नक्सलियों के नेटवर्क का पता लगाना इसका प्रमुख काम है। इसके अलावा यह एजेंसी नक्सलियों को मिलने वाली आर्थिक सहायता, हथियार के स्रोतों की जानकारी भी जुटाएगी। इसके साथ ही नक्सलियों की भर्ती किस तरीके से होती है, वह किस प्रकार से भर्ती के लिए, लोगों से संपर्क करते हैं, इन सब बातों का पता लगाने का उत्तरदायित्व SIA की होगी।
नक्सली कर दें आत्मसमर्पण
मध्य प्रदेश में नक्सलियों के विरुद्ध कार्रवाई को अंजाम देने के लिए, SIA, NIA से भी सहायता लेगी। फिलहाल SIA अपना काम शुरू कर चुकी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मार्च, 2026 तक नक्सलवाद की समस्या को जड़ से उखाड़ फेंकने का लक्ष्य रखा है। इसी दिशा में यह कदम उठाया गया है।अधिकतर नक्सली छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र मूल के हैं। मध्य प्रदेश के केवल 3 नक्सलियों को ही चिन्हित किया गया है। पुलिस का यह प्रयास है कि या तो सभी नक्सली आत्मसमर्पण कर दें, या उन्हें मार गिराया जाए।