- छात्रों को डूबते देख स्थानीय लोगों ने बचाने पानी में उतरकर की तलाशने की कोशिश
- गोताखोरों ने देर तक मशक्कत के बाद तीनों को पानी से निकाला बाहर
- नजदीकी अस्पताल में कराया भर्ती, डॉक्टरों ने सभी को कर दिया मृत घोषित
- नई कार का जश्न मनाने के लिए गए थे तीनों
- इंजिनियर था अंकुर, हाल में ही रांची में लगी थी नौकरी
- पिपरवार थाना में कार्यरत हैं दोनों भाइयों की मां
- बड़ी संख्या में पिकनिक मनाने तिरु फॉल पहुंचे हैं पर्यटक
- फॉल व आसपास पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने की मांग
रांची : शुक्रवार को रांची में बड़ा हादसा हो गया। बुढ़मू थाना क्षेत्र स्थित तिरु फॉल में डूबकर तीन युवकों की जान चली गई। तीनों मृतक छात्र थे। जानकारी के अनुसार, तीनों पिकनिक मनाने तिरु फॉल पहुंचे थे। इस दौरान सभी नहाने के लिए पानी में उतर गए। नहाने के दौरान गहरे पानी में जाने के कारण एक छात्र डूबने लगा। यह दृश्य देख उसके दोनों साथी उसे बचाने के लिए आगे बढ़े, लेकिन गहरे पानी में जाने के कारण तीनों डूब गए और उनकी जान चली गई। घटना की सूचना फैलते ही मौके पर भीड़ जमा हो गई। इसके बाद तीनों के शव को स्थानीय गोताखोरों ने निकाला।

मृतकों में दो सगे भाई
मृतकों में आशीष कुमार (26), अंकुर कुमार (23) और दीपक गिरी (19) शामिल हैं। आशीष और अंकुर सगे भाई हैं। दीपक गिरी उनका करीबी रिश्तेदार है। बुढ़मू थाना के सब-इंस्पेक्टर रवि ने बताया कि तीनों छात्र पिकनिक मनाने के लिए सुबह 9 बजे के करीब तिरु फॉल आए थे। तीनों के शव को पानी से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने तीनों के शव को परिजनों को सौंप दिया।

हेहल व चान्हो के रहने वाले थे मृतक
जानकारी के अनुसार, आशीष कुमार व अंकुर कुमार, पिता पद्मलोचन दास रांची हेहल के रहने वाले थे। तीसरा मृतक दीपक चान्हो के करकट गांव का निवासी था।
डूब रहा था आशीष, बचाने गए थे अंकुर और दीपक

मिली जानकारी के अनुसार, आशीष और अंकुर ने कार खरीदी थी। नई कार का जश्न मनाने के लिए दोनों भाई अपने रिश्तेदार दीपक को लेकर तिरू फॉल पहुंचे थे। तीनों दोस्त मिलकर एडवेंचर करने पहुंचे थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तिरु फॉल के ऊपरी हिस्से में लगभग 10 बजे आशीष नहाने गया था। इस दौरान वह गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। चिल्लाने की आवाज सुनकर अंकुर और दीपक भी पानी में कूद पड़े।
आशीष को बचाने के दौरान दोनों भी पानी में डूब गए। हादसे के बाद पिकनिक मनाने आए वह स्थानीय लोग भी घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद स्थानीय लोगों ने पानी में उतरकर छात्रों की तलाश शुरू की। सूचना पाकर पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद गोताखोरों की मदद से पुलिस ने तीनों छात्रों को रस्सी के सहारे पानी से बाहर निकाला।

इसके बाद पुलिस सभी को लेकर सीएचसी बुढ़मू पहुंचीं। यहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने तीनों छात्रों के शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया। सूचना पाकर बीडीओ धीरज कुमार और सीओ सचिदानंद वर्मा भी सीएचसी पहुंचे थे। बीडीओ और सीओ ने कहा कि क्षेत्र में स्थित सभी पर्यटन स्थल में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया जाएगा।
छुट्टी पर घर आया था आशीष, शुक्रवार को ही लौटना था दिल्ली

परिजनों ने बताया कि अंकुर इंजीनियर था। हाल में ही रांची के आईएचएम में अंकुर की नौकरी लगी थी। आशीष दिल्ली के गुड़गांव में नौकरी करता था। छुट्टी में आशीष रांची अपने घर आया था। आशीष की छुट्टी खत्म हो गई थी। शुक्रवार को ही उसे फ्लाइट से दिल्ली जाना था। इससे पहले ही हादसा हो गया। आशीष और अंकुर की मां पिपरवार थाना में कार्यरत हैं। दीपक श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करता था।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

दो भाइयों के साथ तीन लोगों की मौत की खबर से इलाके में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। तीनों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। रांची के हेहल और चान्हो के करकट गांव में मातम का माहौल है। एक साथ तीन शवों को देख और उनके परिजनों की चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया। वहां मौजूद हर शख्स की आंखें इनको देख नम हो गई थीं।
नहीं है कोई सुरक्षा व्यवस्था
रांची का तिरू फॉल सुरक्षा की दृष्टि से बहुत ही खतरनाक है। यहां सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर कुछ भी नहीं है। तिरु फॉल में गांव के कुछ लोगों को सुरक्षा व्यवस्था के लिए कमेटी बनाकर रखा गया था, लेकिन वे सिर्फ पर्यटकों से वसूली तक सीमित हैं। इनके पास सुरक्षा की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। स्थानीय लोगों ने बताया कि तिरु फॉल में बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने के लिए पहुंचते हैं।
खासकर नवंबर से फरवरी तक बड़ी संख्या में लोग इस जगह पर आते हैं। हालांकि, साइट पर पर्याप्त सुरक्षा उपायों की कमी आगंतुकों के लिए एक बड़ा जोखिम पैदा करती है। शुक्रवार को भी यहां लोगों की भीड़ उमड़ी थी। जिस किसी ने भी यह दृश्य देखा, अंदर से दहल उठा। स्थानीय लोगों ने फॉल व आसपास पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने की मांग की है।
Read Also- PLFI उग्रवादी कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान को पुलिस ने दबोचा, 51 मामले में था फरार