भुरकुंडा : झारखंड के भुरकुंडा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस को “नफरत की दुकान” खोलने वाली पार्टी करार दिया और आरोप लगाया कि पार्टी देश में विभाजन और शासन की नीति पर चल रही है। चौहान ने यह भी कहा कि कांग्रेस के नेता अपनी नीतियों में अंतर दिखाते हैं—देश में कुछ और बोलते हैं, और विदेश में कुछ और बयान देते हैं।
कांग्रेस पर विभाजनकारी राजनीति का आरोप
शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस की राजनीतिक रणनीति पर निशाना साधते हुए कहा, “कांग्रेस का आदर्श हमेशा विभाजन और शासन की नीति पर आधारित रहा है। पार्टी ने हमेशा भारतीय समाज में नफरत और भेदभाव को बढ़ावा दिया है। यह देश को तोड़ने की कोशिश कर रही है और समाज में विद्वेष पैदा करने का काम कर रही है।” उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाया कि वे जनता को झूठे वादों के जरिए गुमराह करते हैं, जबकि उनका असल उद्देश्य सिर्फ सत्ता में बने रहना है।
नफरत फैलाने का काम कर रही कांग्रेस
चौहान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने हमेशा भारत के समाज में भेदभाव और नफरत को बढ़ावा दिया है। उनके मुताबिक, कांग्रेस सत्ता में रहने के लिए देश की एकता और अखंडता को खतरे में डालने का काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यह पार्टी केवल और केवल सत्ता के लिए काम करती है और इसलिए वह जनता के बीच झूठी ध्रुवीकरण की राजनीति करती है।
विदेशों में भारत के खिलाफ बयानबाजी का आरोप
शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेताओं के विदेश यात्राओं को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी देश में तो कुछ और बयान देती है, लेकिन जब ये लोग विदेश जाते हैं, तो वहां जाकर भारतीय नीतियों के खिलाफ बयान देती है। जब कांग्रेस के नेता अमेरिका गए थे, तो उन्होंने वहां आरक्षण समाप्त करने की बात की। यह भारतीय जनता की भावनाओं के खिलाफ है।” चौहान ने यह भी कहा कि कांग्रेस के नेता विदेशों में भारत के बारे में अपमानजनक बयान देते हैं और फिर यहां आकर जनता को कुछ और वादा करते हैं।
भाजपा और कांग्रेस की विचारधाराओं में अंतर
कांग्रेस और भाजपा की विचारधाराओं में अंतर बताते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “भा.जा.पा हमेशा भारतीयता, एकता और अखंडता की पक्षधर रही है, जबकि कांग्रेस का इतिहास विभाजनकारी और संप्रदायिक राजनीति से भरा हुआ है।” उन्होंने भाजपा की सरकार द्वारा किए गए गरीबों, किसानों और युवाओं के लिए कई विकासात्मक कार्यों का उल्लेख किया और कहा कि भाजपा की प्राथमिकता हमेशा समाज के हर वर्ग के उत्थान पर रही है, जबकि कांग्रेस ने हमेशा सत्ता में बने रहने के लिए जनता के बीच मतभेद और विवाद फैलाए हैं।
भाजापा का उद्देश्य देश की सेवा : शिवराज
शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस की नीतियों और उसकी राजनीति पर कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राजनीति केवल वोट बैंक की राजनीति पर आधारित है, और उसका मकसद सिर्फ सत्ता में बने रहना है। “कांग्रेस की नीतियां केवल असहमति और राजनीति के नाम पर हैं, जबकि भा.जा.पा का उद्देश्य देश की सेवा करना है,” उन्होंने जोर देते हुए कहा।
शिवराज सिंह चौहान ने दी कांग्रेस को चुनौती
शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के नेतृत्व पर सवाल उठाए और कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति को खुलकर चुनौती दी। उनके बयान ने कांग्रेस के चुनावी अभियान को लेकर सवाल उठाए हैं और यह स्पष्ट कर दिया कि भाजपा और कांग्रेस के दृष्टिकोण में एक बड़ा अंतर है। भाजपा हमेशा देश की एकता और अखंडता को प्राथमिकता देती है, जबकि कांग्रेस विभाजन और सत्ता की राजनीति करती है।
भाजपा की सरकार व विकासात्मक दृष्टिकोण पर चर्चा
शिवराज सिंह चौहान के इस बयान ने राज्य के आगामी चुनावों में भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीतिक धाराओं को स्पष्ट रूप से उजागर किया। जहां भाजपा विकास, एकता और अखंडता को प्राथमिकता देती है, वहीं कांग्रेस विभाजन और असहमति की राजनीति करती नजर आती है। चौहान के इस बयान ने कांग्रेस के सामने एक नया चुनावी संकट खड़ा किया है, क्योंकि भाजपा का संदेश अब जनता के बीच ज्यादा प्रभावी हो सकता है।