रेवाड़ी : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पुत्र निशांत कुमार के साथ हरियाणा के रेवाड़ी जिला पहुंचे। मुख्यमंत्री और उनके पुत्र रेवाड़ी के भुरथल गांव में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। यह आयोजन पीएसओ परमवीर के पुत्र के तिलक समारोह का था, जो एक पारंपरिक वैवाहिक कार्यक्रम होता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस अवसर पर परमवीर के परिवार को बधाई दी और उनके पुत्र को आशीर्वाद दिया
कार्यक्रम का आयोजन गांव के पंचायत घर में हुआ था, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके पुत्र निशांत कुमार को सम्मानपूर्वक आमंत्रित किया गया था। इस मौके पर निशांत कुमार ने हरियाणा के लोगों की गर्मजोशी और मेहमाननवाजी की सराहना की। उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोग बहुत अच्छे हैं, यहां हमें जो आदर और सम्मान मिला है, उसके लिए हम सभी आभारी हैं। निशांत कुमार के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि वे पहली बार हरियाणा आए थे और यहां के लोगों के प्रति उनके दिल में सकारात्मक भावना है।
इसके अलावा निशांत कुमार ने यह भी बताया कि वे इस विवाह समारोह के लिए खुद को हृदय से आमंत्रित किए जाने के बाद अपने पिता के साथ यहां आए थे। उन्होंने समारोह को “दहेज मुक्त” बताया और इस पहल की सराहना की। निशांत ने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम में उन्हें बहुत अच्छा अनुभव हुआ और वे यहां की संस्कृति और परंपराओं को देखकर खुश हुए।
सीएम नीतीश कुमार के हरियाणा दौरे के बारे में यह भी दिलचस्प है कि यह पहली बार नहीं है, जब वे रेवाड़ी आए हैं। इससे पहले, 2008 में भी नीतीश कुमार रेवाड़ी पहुंचे थे। इस बार का दौरा खास था, क्योंकि वे अपने बेटे निशांत कुमार के साथ थे और इस कार्यक्रम में शरीक हुए थे।
निशांत कुमार, जो पेशेवर तौर पर एक इंजीनियर हैं, इन दिनों बिहार और राष्ट्रीय राजनीति में सुर्खियों में हैं। हालांकि, उनके राजनीतिक जीवन में कदम रखने की अटकलें जोर पकड़ रही हैं, लेकिन उन्होंने इन सभी चर्चाओं को सिरे से नकार दिया है। हाल ही में राजनीति में उनके आने की कई अटकलें लग रही थीं, लेकिन निशांत ने स्पष्ट किया कि उनका झुकाव राजनीति की बजाय अध्यात्म की ओर है। उन्होंने खुद को सार्वजनिक मंचों पर सक्रिय नहीं दिखाया और राजनीति में कदम न रखने की इच्छा जताई।
निशांत कुमार ने बीआईटी मेसरा से इंजीनियरिंग की है, और वे अपने जीवन में आध्यात्मिक मार्ग पर चलने की इच्छा रखते हैं। उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मेरे जीवन का उद्देश्य किसी प्रकार की राजनीतिक भूमिका निभाने का नहीं है। मेरा ध्यान सिर्फ आध्यात्मिकता और समाजसेवा पर है।
हालांकि, उनके पिता नीतीश कुमार की सियासत से उनका नाम जुड़ा हुआ है, लेकिन उन्होंने खुद को राजनीति से दूर रखने का दृढ़ संकल्प लिया है। इस समय उनके राजनीति में आने की संभावना काफी कम नजर आती है, क्योंकि निशांत कुमार सार्वजनिक रूप से राजनीति में शामिल होने के किसी भी इरादे से इंकार कर चुके हैं।
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