सीतामढ़ी: बिहार में लगातार बढ़ रहे अपराधों के बीच एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। सीतामढ़ी जिले के डुमरा थाना क्षेत्र स्थित लगमा गांव में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता और पार्टी के जिला उपाध्यक्ष राम जीनिस राय की हत्या (RJD Netaji Murder) कर दी गई। इस घटना ने न केवल स्थानीय स्तर पर तनाव पैदा कर दिया, बल्कि पूरे राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
तेजस्वी यादव के करीबी माने जाते थे राम जीनिस राय
राजद नेता राम जीनिस राय पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के करीबी माने जाते थे। उनकी राजनीतिक सक्रियता और क्षेत्र में प्रभावशाली भूमिका के कारण वे लोकप्रिय नेता के रूप में जाने जाते थे। उनकी हत्या से पार्टी में शोक की लहर है और स्थानीय राजनीति में हलचल मच गई है।
पैसे के विवाद में हुई हत्या, आरोपी की पहचान का दावा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतक राम जीनिस राय का गांव के ही निवासी दिनेश कुशवाहा से पैसे को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। 23 अप्रैल को जब राय एक चाय दुकान पर कुशवाहा से पैसे की मांग करने पहुंचे, तो दोनों के बीच कहासुनी हो गई। देखते ही देखते यह बहस हिंसक झगड़े में बदल गई।
राय के भाई बृज बिहारी राय ने बताया कि दिनेश कुशवाहा और उसके एक सहयोगी ने ईंट से राम जीनिस राय के सिर पर हमला कर दिया। हमले के बाद गंभीर रूप से घायल राय को तुरंत सीतामढ़ी सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां से चिकित्सकों ने हालत नाजुक देखते हुए उन्हें पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (PMCH) रेफर कर दिया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
हत्या के बाद इलाके में तनाव, सड़क जाम, विरोध-प्रदर्शन
राजद नेता की मौत की खबर फैलते ही पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया। गुस्साए परिजनों और समर्थकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-77 (NH-77) पर लगमा गांव के समीप शव रखकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने हत्या के दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की।
मौके पर डुमरा थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार पहुंचे और लोगों को समझाकर शांत कराया। पुलिस ने आश्वासन दिया कि घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बढ़ते अपराध पर कानून-व्यवस्था सवालों के घेरे में
राम जीनिस राय की हत्या (Ram Jeenis Rai Murder) ने एक बार फिर बिहार की बिगड़ती कानून-व्यवस्था (Law and Order in Bihar) को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। राज्य में नेताओं की हत्या और आम लोगों पर हो रहे हमलों ने जनता की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि इस प्रकार की घटनाओं पर नियंत्रण नहीं पाया गया, तो आने वाले विधानसभा चुनाव 2025 में यह मुद्दा प्रमुखता से उठ सकता है।
पुलिस जांच जारी, आरोपी की तलाश में छापेमारी
फिलहाल पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और आरोपी दिनेश कुशवाहा तथा उसके सहयोगी की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर न्यायिक प्रक्रिया के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।